भोपाल

मप्र के राजगढ़ में मिडिल स्कूल में भरे गोबर के उपले, आंगनवाड़ी में भूसा

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मप्र के राजगढ़ में मिडिल स्कूल में भरे गोबर के उपले, आंगनवाड़ी में भूसा

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भले ही माफिया मुक्त मध्यप्रदेश चाहते हो पर उनका यह सपना सच होगा या नही फिलहाल तो माफिया मुक्त मध्यप्रदेश का मख़ौल उड़ाया जा रहा है। जी हां मामला है राजगढ़ जिले का जहां माफिया मुक्त मुहिम के नाम पर कमजोर हो चुके या सुधर चुके पुराने हिस्ट्रीशीटर अथवा चोर उचक्कों आदि के आशियानों पर जेसीबी चलाई जा रही है। लेकिन पचोर सारंगपुर ब्यावरा में ऐसे कई दबंग है जिन्होंने शासकीय जमीनों पर कब्जा कर प्लाट तक काट दिए लेकिन राजनीतिक प्रभाव में प्रशासन उनकी मुखालपत नही कर पा रहा है। 


ताजा तस्वीरें नरसिंहगढ़ तहसील के हुलखेड़ी गांव की सामने आई है जहां दबंगो ने शासकीय मिडिल स्कूल की पुरानी बिल्डिंग ही कब्जे में कर ली एवं उसमे बेल ढोर बांधने के अलावा गोबर के उपले भरे हुए हैं। वहीं हुलखेड़ी के आंगनवाड़ी भवन के हाल तो उससे भी बदतर है जहां दबंगो ने कब्जा कर भूसा भर दिया एवं छत पर कंडे भर दिए है। 


इस मामले में न तो गांव का कोई जन प्रतिनिधि कुछ कहना चाह रहा है न ही प्रशासनिक अधिकारी , ऐसे में माफिया मुक्त मुहिम दबे कुचले नागरिक तक सिमटकर प्रशासनिक फोटोगिरी तक ही नजर आ रही है।
शहरों की बात करें तो पचोर के बस स्टैंड पर नप द्वारा राजस्व एकत्रित करने के उद्देश्य से 28 दुकानों का निर्माण करवाया गया था विगत 10 वर्षों से इन दुकानों के आसपास अवैध कब्जा हो गया। गत दिनों प्रशासन द्वारा इन कब्जेधारियों को नोटिस भी दिया गया। लेकिन उक्त दुकाने कब्जा मुक्त नही हो सकी। अगर यह दुकानें मुक्त हो जाती तो नप को इनकी नीलामी राशि के साथ ही मासिक राजस्व भी मिलता। लेकिन दिया तले अंधेरे वाली कहावत राजगढ़ जिले में चरितार्थ हो रही है।