ग्राम विकास के लिए 14वां वित्त मद से दो वर्षों में सरकार ने दिए थे अरब 31 करोड़, सरपंचों ने 78 करोड़ की बनाई सड़कें, बाकी का क्या हुआ?
माखन विजयवर्गीय,
राजगढ़। जिले में नरेगा योजनाएं, जनभागीदारी योजनाएं, सांसद निधि, विधायक निधि, स्वच्छता मिशन, प्रधानमंत्री आवास सहित कई योजनाओं में ग्राम विकास के लिए राशि आती है जिले में विगत पांच वर्षों में अकेले नरेगा योजनाओं पंचपरमेश्वर सड़क, खेत सड़क, निस्तारी तालाबों के लिए 300 करोड़ से अधिक की राशि केंद्र सरकार के माध्यम से प्राप्त हुई जिसमे 80 प्रतिशत तक राशि फर्जी मजदूरों के नाम से सरपंच सचिव रोजगार सहायक जीम गए. लेकिन फिलहाल मप्र सरकार की ग्राम स्वराज एवं विकास योजना में सरपंचों द्वारा जमकर बंदरबांट करने का मामला सामने आया है. महात्मा गांधी ग्राम स्वराज एवं विकास योजना जिसमे 14 वां वित्त मूल अनुदान, 14 वां वित्त कार्य निष्पादन अनुदान अतिरिक्त राशि के नाम ग्राम पंचायतों को सीसी सड़क एवं नाली निर्माण के लिए राशि वितरण की जाती है. इस योजना में पारदर्शिता लाने के बाद पंचायतों के घोटाले उजागर होने लगे हैं. अकेले राजगढ़ जिले की 622 पंचायतों के लिए विगत 1 अप्रेल 2017 से 31 मार्च 2019 तक की मिली जानकारी अनुसार मप्र सरकार ने 2 अरब 31करोड़ 20 लाख 53327 रुपए का फंड जारी किया। लेकिन यहाँ जिले के सरपंच सचिवों ने मात्र 78 करोड़ 07 लाख 89421 रुपए ही निर्माण पर खर्च किए. एवं 19 करोड़ 45 लाख 89836 रुपए अन्य मदों पर खर्च कर दिए. निर्माण और विकास के लिए आई इस राशि को भृत्य वेतन, सचिवों एवं रोजगार सहायकों का वेतन एवं विज्ञापनों में खर्च कर दिए. बिना मॉनिटरिंग फर्जी मूल्यांकन के आधार पर हुए इन निर्माण कार्यों में भी जमकर बंदरबांट हुआ. आलम यह है की जहाँ 78 करोड़ के निर्माण बताए जा रहे है वहीं गाँव आज भी दुर्दशा के शिकार हैं.
बची राशि को उड़ाने में लगे सरपंच सचिव
14 वां वित्त योजना के तहत राज्य शासन से आए 2 अरब 31 करोड़ 20 लाख 53327 रुपए में से फिलहाल पंचायतों के खाते में 1अरब 21 करोड़ 48 लाख 26341 रुपए की राशि एक अप्रेल को बची हुई थी. इन छह महीनो में गाँवों में विकास तो नहीं हुए लेकिन सरपंच सचिव यह राशि फर्जी गिट्टी कागजी रेती एवं फर्जी सीमेंट बिल लगाकर आहरण करने में लगे हुए हैं. उल्लेखनीय है की जिले की जिन जिन पंचायतों की शिकायतें हुई उन हर पंचायत में धारा 92 के तहत रिकवरी भी हुई है. अगर यह सच है तो फिर जनपदों में बैठे उपयंत्रियों की सांठ गाँठ से चल रही इस बंदरबांट को क्यों नहीं रोका जा रहा है.
इन गाँवों की हुई जनसुनवाई सहित जनपद एवं जिले में शिकायतें
फिलहाल मिली जानकारी अनुसार नरसिंहगढ़ जनपद के कांसरोद, महुआ, नहाली, सुकली, अमलार, पालखेड़ी, जामोनिया गणेश, जामोनिया जोहार, बड़ोदिया तालाब, इकलेरा, सारंगपुर जनपद के उदनखेड़ी, पड़ाना, आमलारोड, संडावता, काचरिया भाई, ब्यावरा जनपद के आगर, भूरा, मोया, नापानेरा, खांकरा तेजा, लखनवास, मलावर, राजगढ़ जनपद के हिरनखेड़ा, कंवरपुरा, कोड़िया जरगढ़, पाड़लियाखेड़ी, महाबल, देहरीबामन, खिलचीपुर जनपद के भाटखेड़ा, देवली सांगा, धुआँखेड़ी, फतेहपुर, सिकंदरी, और जीरापुर जनपद के परोलिया, बटावदा, ब्राह्मणगाँव, सिरपोई, तमोलिया, बांगपुरा, धतरावदा, गादिया, काछीखेड़ी, खांकरी, लखोनी, मोहन, पिपलियाकुल्मी और गागोरनी की शिकायतें दर्ज हो चुकी है जिसमे चंद पंचायतों की ही जांच की गयी जिनमे मोटी राशि की रिकवरी भी हुई लेकिन अबतक किसी भी सरपंच पर धारा 40 की कार्रवाई भी नहीं की गयी है.
फर्जी बिलों से हो गए आहरण
सबसे ज्यादा बेईमानी उन पंचायतों में हुई जिनमे महिला सरपंच है. इनमे से 80 प्रतिशत से अधिक ऐसी महिला सरपंच है जिन्हे पंचायत में क्या क्या किया, कितनी राशि आई कितनी गयी यह भी याद नहीं है. ज्यादातर सरपंच प्रतिनिधि पति देवर या ससुर ने खुद ही सरपंच के हस्ताक्षर कर आहरण कर लिए. जो आहरण हुए उनमे गिट्टी रेत के दोगुने से अधिक भाव लगाकर बता दी गयी. इस तरह से पुरे जिले के कई सरपंचों ने बंदरबांट के खेल को अंजाम दिया। आमद्वार ने 622 पंचायतों की विस्तृत डिटेल जिनमे मनरेगा कार्यो सहित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पड़ताल की जिसमे कई खुलासे होने की संभावना है. मनरेगा में तो आलम यह है की पिछले सरपंचों के कार्यकाल में खोदे गए तालाबों में ही पुनः खोदना बताकर करोडो का गबन हुआ है जिसकी जांच की मांग ग्रामीण लगातार कर रहे हैं.
जनपद वार 14 वां वित्त की दो वर्षों की राशि का हिसाब
1 ब्यावरा में मिले रुपए 401159689/- सड़कों पर खर्च 129188266/- अन्य मदों पर खर्च 45477061/- यह राशि होना चाहिए खाते में 208097588/-
2 खिलचीपुर में मिले रुपए 316662115/- सड़कों पर खर्च 125721995/- अन्य मदों पर खर्च 36681498/- यह राशि होना चाहिए खाते में 139236896/-
3 नरसिंहगढ़ में मिले रुपए 526392217/- सड़कों पर खर्च 184831039/- अन्य मदों पर खर्च 42742801/- यह राशि होना चाहिए खाते में 280407127/-
4 राजगढ़ में मिले रुपए 369599687/- सड़कों पर खर्च 125666765/- अन्य मदों पर खर्च 30168359/- यह राशि होना चाहिए खाते में 203337913/-
5 सारंगपुर में मिले रुपए 383469501/- सड़कों पर खर्च 106235985/- अन्य मदों पर खर्च 36327700/- यह राशि होना चाहिए खाते में 223450438/-
6 जीरापुर में मिले रुपए 314770118/- सड़कों पर खर्च 109145371/- अन्य मदों पर खर्च 31924174/- यह राशि होना चाहिए खाते में 160296379/-
कुल 2312053327/-
खर्च सड़को पर 780789421/-
अन्य मदों में खर्च 194589836/-
अबतक बची राशि 1214826341/-