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J&K से कन्याकुमारी, पैरा साइकलिस्ट तान्या ने 42 दिन में तय की 2800KM की दूरी,CM शिवराज ने की तारीफ

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भारत की इकलौती महिला पैरा साइकलिस्ट तान्या डागा की कहानी पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से मिलती है। ऐसा इसलिए कि 1999 के विश्व कप के दौरान सचिन तेंदुलकर के पिता का निधन हो गया था। इसकी वजह से उन्हें टूर बीच में ही छोड़ना पड़ा था लेकिन कुछ दिन बाद ही टीम में शामिल होकर सभी को चौंका दिया था। एमपी की पैरासाइकलिस्ट तान्या डागा की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। तान्या ने डागा ने हाल ही में 42 दिनों में जम्मू-कश्मीर से कन्याकुमारी तक 2800 किमी की दूरी साइकल से तय की है।


इस दौरान तान्या डागा के पिता का निधन हो गया था। इसलिए वह एक सप्ताह के लिए वापस आ गई थी और अपनी यात्रा फिर से शुरू की थी। तान्या इन्फिनिटी राइड K2K 2020 अभियान का हिस्सा थी। इसका आयोजन आदित्य मेहता फाउंडेशन और बीएसएफ ने किया था। 30 सदस्यीय टीम में तान्या डागा अकेली पैरा साइकलिस्ट थीं। यह पूरे भारत में पैरा स्पोर्ट्स के बारे में पैसा जुटाने और जागरूकता पैदा करने के लिए एक चैरिटी मिशन था।

2 साल पहले बदली जिंदगी
तान्या डागा ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि 2 साल पहले उसकी जिंदगी बदल गई थी। एक हादसे में उसने बायां पैर खो दिया था। 6 महीने तक बिस्तर पर पड़ी रही थी और यह उसके लिए जान गंवाने जैसा था। ऐसी परिस्थिति में तान्या के साथ उसके पिता खड़े थे, जिन्होंने खुद को साबित करने के लिए प्रोत्साहित किया। तान्या ने बताया कि पिता ने मुझसे कहा कि शरीर का एक हिस्सा खोने से आप जीवन में अपना लक्ष्य प्राप्त करने से नहीं रोक सकते।

पिता का निधन
तान्या डागा ने कहा कि मैंने 19 नवंबर 2020 को अभियान शुरू किया था। 18 दिसंबर 2020 को जीवन ने मुझे फिर से परखा जब मैंने अपने पिता आलोक डागा को खो दिया। मैं हैदराबाद से अभियान के दौरान वापस आ गई और अपने परिवार के साथ रहा।

पैरा साइकलिस्ट तान्या ने कहा कि यह मेरे पिता का सपना था कि मैं मिशन पूरा करूं। मैं उस सपने को पूरा करना चाहती थी। मैं उनकी मौत से पूरी तरह से बिखर गया था। लेकिन उनके सपने को जीने के लिए मैं फिर से अभियान में शामिल हो गया। वह मेरे आदर्श थे।

अपने भविष्य को लेकर तान्या ने कहा कि मैं पैरा साइकल चालकों के लिए काम करती रहूंगी और जागरूकता फैलाऊंगी कि कोई भी व्यक्ति जीवन में कुछ भी हासिल कर सकता है।

सीएम शिवराज ने की तारीफ
तान्या की सफलता पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि साहस और हौसला हो, तो बाधाएं, नतमस्तक हो जाती हैं। हमारी पैरा साइक्लिस्ट बेटी तान्या ने जम्मू-कश्मीर से कन्याकुमारी तक की दूरी तय कर मध्यप्रदेश का शीश गौरव से ऊंचा कर दिया है। बेटी जीवन की हर चुनौती को परास्त कर ऐसी ही आगे बढ़ती रहो, मेरी शुभकामनाएं सदैव तुम्हारे साथ हैं।