राजगढ़

नापतौल निरीक्षक पर मिलीभगत के आरोप: जांच करने पहुंचे अपर कलेक्टर

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सील सत्यापन के नाम पर व्यापारियों ने अतिरिक्त राशि वसूलने का लगाया था आरोप, जांच अधिकारी ने किए सवाल-जवाब

ब्यावरा। बीते 13 दिसंबर से शहर की कृषि उपज मंडी में नापतौल विभाग द्वारा सील सत्यापन के लिए लगाए गए शिविर की जांच करने के लिए जिले की अपर कलेक्टर कमल चंद नागर पहुंचे और शिविर को लेकर सभी प्रकार के पहलुओं पर जिम्मेदारों से सवाल जवाब किये। यहां लोगों के द्वारा लगाए जा रहे आरोपों और शिकायत को लेकर भी उन्होंने नापतौल विभाग के अधिकारियों से पूछताछ की। गौरतलब है कि स्थानीय कृषि उपज मंडी में लगाए जा रहे इस शिविर को लेकर स्थानीय व्यापारियों में खासा रोष है और लोग इस शिविर में अतिरिक्त राशि वसूलने और मनमानी करने का आरोप लगा रहे हैं। व्यापारियों के द्वारा आरोप लगाया गया कि नापतोल निरीक्षक अर्पित जैन की तोल कांटा सुधारक फर्म के साथ मिलीभगत है और यह सब मिलकर व्यापारियों से अनावश्यक लूट कर रहे हैं। जो उचित नहीं है। ऐसे में इन तमाम आरोपों और शिकायतों के बाद एडीएम के द्वारा शिविर की जांच की गई। 

सील सत्यापन का शिविर और वसूली सुधार के नाम पर- 

नापतोल विभाग के निरीक्षक और कांटा सुधार की मिलीभगत का अनुमान इस बात से ही लगाया जा सकता है कि इस शिविर का आयोजन भले ही सील सत्यापन के लिए किया गया हो। लेकिन व्यापारियों से अधिक राशि कांटो को सुधारने के नाम पर ली जा रही है। जबकि कई व्यापारी तो ऐसे हैं। जिनके कांटों में कोई गड़बड़ी नहीं है फिर भी सुधार के नाम पर उनसे राशि ली जा रही है। साथ ही नापतोल निरीक्षक से जब इस बारे में व्यापारी बात करते हैं तो वह संतुष्टि जनक जवाब भी नहीं देते वह सुधारक का पक्ष लेते नजर आते हैं। जबकि नापतोल निरीक्षक का यह कर्तव्य बनता है कि वह सुधारक और व्यापारी दोनों के बीच की कड़ी बनकर कार्य करें। लेकिन यहां तो नापतोल निरीक्षक पर ही मिलीभगत के आरोप व्यापारियों द्वारा लगे है। 

इस तरह कर रहे थे वसूली- 

तौल कांटो में सील सत्यापन करने के लिए स्थानीय गल्ला मंडी में नापतोल विभाग के द्वारा एक शिविर लगाया गया है। जिसमें कहने को तो सील सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। लेकिन असल में तौल कांटों को सुधारने के नाम पर व्यापारियों से लूट की जा रही है। नापतोल विभाग के द्वारा नगर के करीब 600 व्यापारियों को सील सत्यापन के लिए नोटिस जारी किया गया है और सील सत्यापन एवं तौल कांटों में सुधार कार्य करने के लिए स्थानीय गल्ला मंडी में एक शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है। जो 13 दिसंबर से 17 दिसंबर तक चलने वाला है। इस शिविर में जहां व्यापारियों से सील सत्यापन के नाम पर राशि ली जा रही है। वही कांटो में सुधार के नाम पर अतिरिक्त राशि भी वसूली जा रही है। जो सील सत्यापन के अतिरिक्त व्यापारियों से ली जाती है। जानकारी यह है कि जिन कांटों में सुधार का कार्य भी नहीं है उन व्यापारियों से भी सुधार के नाम पर राशि वसूली जा रही है। 

इनका कहना है

अधिकारी शिविर में मनमर्जी से काम कर रहे है। सुधारक से साथ इनकी मिलीभगत है। सील सत्यापन के अलावा अतिरिक्त राशि वसूली जा रही है। जिन कांटों में कोई खराबी नहीं है उनमें भी खराबी बताकर राशि वसूलते है। ऐसे अधिकारियों और सुधारकों पर जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए। 

विपिन क्रांति, स्थानीय व्यापारी। 

हमने शिकायत मिलने पर कृषि उपज मंडी में आयोजित सील सत्यापन शिविर का निरीक्षण किया था। सभी पहलुओं पर अधिकारियों से पूछताछ की है। कोई गड़बड़ी होगी तो कार्रवाई करेंगे। 

कमलचंद नागर, एडीएम राजगढ़।