राजगढ़

अवैध मादक पदार्थो के विरूद्ध पुलिस की कार्यवाही, 38 हजार कीमक का 02 किलो से अधिक गांजा का अवैध रूप से परिवहन करते आरोपी आए गिरफ्त में।

राजगढ़


 राजगढ़ अवैध मादक पदार्थ की तस्करी को रोकने के लिये जिला पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा के निर्देशन मे जिले मे अभियान चलाया जा रहा है, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवल सिह सिसोदिया एवं एसडीओपी सारंगपुर सुश्री जोईस दास के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी श्री डी.पी.लोहिया एवं उनकी टीम द्वारा एवं कार्यवाही को अंजाम दिया गया। 
             दिनांक 31.08.20 को उनि धर्मेन्द्र शर्मा को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त. हुई कि दो व्यक्ति गांजा बेचने के लिये खुजनेर जोड के पास रेलवे पटरी के किनारे खडे है उनके पास सफेद प्लास्टिक का कटटा व सफेद प्लास्टिक के थैले मे गांजा रखा है सूचना की तस्दीैक व कार्यवाही हेतू टीम गठित की जाकर मुखबिर की सूचना के अनुसार टीम को आरोपी की तलाश मे लगाया गया पुलिस टीम द्धारा मुखबिर के बताये गये हुलिये के व्यक्तियो को तलाश करने के दौरान ही उक्त सदिंग्ध खुजनेर जोड रेलवे पटरी के किनारे खडे दिखाई दिये संदेहीयो द्धारा भागने का प्रयास किया गया परंतू उन्हे घेराबंदी कर पकडा नाम पता पूछने पर उन्होने अपना नाम राजेश पिता पिता बद्रीलाल दांगी उम्र 19 साल निवासी पीपलियाकला थाना जीरापुर जिला राजगढ व बल्लभ पिता शिवसिह दांगी उम्र 45 साल निवासी रनारा थाना छापीहेडा का होना बताया तलाशी लेने पर संदेही राजेश के पास एक सफेद प्लास्टिक के कटटा मे मादक पदार्थ गांजा 01 किलो 360 ग्राम व दूसरे संदेही बल्लभ के पास एक सफेद प्लास्टिक के थैले में मादक पदार्थ गांजा 01 किलो 520 ग्राम दोनो आरोपीयो से करीबन 38000 रूपये कीमती कुल 02 किलो 880 ग्राम मादक पदार्थ गांजा विधिवत जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया। आरोपी राजेश दांगी व बल्लभ दांगी का कृत्य धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट् का पाया जाने से आरोपी राजेश दांगी व बललभ दांगी के विरूद्ध अपराध क्र  341/20 धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट  का अपराध कायम कर विवेचना मे लिया गया। 
                                                
             उक्त कार्यवाही मे उनि धर्मेन्द्र  शर्मा ,उनि रचना परमार ,आर 759 दिनेश किरार ,आर 802 देवेन्द्र  सिह जाट ,आर 715 राजकिशोर गुर्जर आर 189 अरविन्द गोयल ,आर 834 जगदीश मीणा ,आर 301 अक्षय रघुवंशी ,आर 828 खेमसिह ,आर 839 सुनील आर 1010 सुदामा शर्मा आर 1002 दिग्विजय का सहरानीय योगदान रहा ।