भोपाल

कहाँ गया नरसिंहगढ़ में छिपे सिमी के आतंकवादी का परिवार

भोपाल

 

राजगढ़। वर्ष 2001 में आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त पाया जाने पर सिमी को प्रतिबंधित कर दिया। 2001 के बाद नाम बदल सिम रख लिया एवं राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ में सिम की अवैध गतिविधियां पनपने लगी। 2008 में इंदौर ओर धार में पकड़ाए सिमी के आतंकवादियों से पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ। जिसमें तत्कालीन राजगढ़ एसपी डीके आर्य ने नरसिंहगढ़ में सिमी के सरगनाओं का फन कुचलते हुए फैजल, इरफान और शाकिर को पकड़ा गया। उनके घरों से कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए गए। यह तीन लोग 2001 में सिमी पर प्रतिबंध के बावजूद सिमी के साथ गुपचुप तौर पर जुड़े रहे। फैजल को तो वर्ष 2006 में यहां हुए दंगों के दौरान गिरफ्तार भी किया गया था। आर्य ने बताया कि तीनों को विधि विरुद्ध क्रियाकलाप प्रक्रिया अधिनियम की धारा 3 10 और 13 तथा भारतीय दंड संहिता की धारा 153 के तहत गिरफ्तार किया गया था।

उल्लेखनीय है कि सिमी के प्रमुख सरगना सफदर नागोरी एवं उसके साथियों की भी गिरफ्तारी नरसिंहगढ़ से ही हुई थी। जिसमे 22 जून 2019 को सफदर नागौरी, उसके साथ कमरुद्दीन नागौरी और हाफिज हुसैन को एसीजेएम प्रकाश डामोर ने तीनों को धारा 419 आईपीसी में 3 वर्ष का कारावास एवं दस हजार रुपए जुर्माना एवं विधि विरूद्ध क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1967 में दो साल की जेल और 10 हजार जुर्माना एवं धारा 13 (1) (क) (ख) विधि विरूद्ध क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1967 में सात साल की जेल की सजा सुनाई। उलेखनीय है कि इन तीनो को भी नरसिंहगढ़ पुलिस ने भोपाल से गिरफ्तार किया था। 
 
आतंकवादी के परिवार के बचे हुए कहाँ गए 
बड़ा सवाल यह है कि 2001 में प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन सिमी नाम बदलकर संगठन चलाते हुए 2008 एवं 2009 में नरसिंहगढ़ से पकड़ाने के बाद इनकी गतिविधियों में लगाम तो लगी थी लेकिन यह परिवार नजर बचाकर नरसिंहगढ़ से खिसक लिया एवं परिवार के लोग ब्यावरा राजगढ़ सहित भोपाल इंदौर में बिखर कर रहने लगे। पूरे देश के प्रतिबंध के बावजूद नरसिंहगढ़ में पकड़ाने से जाहिर होता है कितने शातिर है यह लोग।  इनकी गतिविधियां आसानी से बंद नही हो सकती। उल्लेखनीय है कि नरसिंहगढ़ के दंगों में जनसंपर्क विभाग के वाहन में एक व्यक्ति पत्रकारिता की आड़ में सिमी के परिजनों से मिलने भी गया था। जिसका खुलासा वाहन को घेर लेने के बाद पीआरओ राजेश पांडे ने किया था। 
पुलिस को आतंकवादी गतिविधि लिप्त रहे परिवार की खोज खबर लेकर इस पर नजर रखना होगी। कल राजगढ़ में देश विरोधी नारे लगे । हमे आजादी चाहिए के नारे लगाए गए कहीं इसके पीछे सिमी के इसी परिवार के सरगनाओं का हाथ तो नहीं।