राजगढ़

फर्जी हस्ताक्षर से सरपंच पति ने कागजों में कर दिए दो करोड़ से अधिक के कार्य

राजगढ़

पंचवर्षीय ग्राम पंचायत रिपोर्ट कार्ड

सरपंच करती है घर के काम पति कर रहा दस्तावेजों पर हस्ताक्षर

 

माखन विजयवर्गीय

 

 

राजगढ़। जिले की पंचायतों में अधिकारीयों की अनदेखी के चलते जमकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है ऐसा ही मामला सारंगपुर जनपद की सबसे बड़ी पंचायत पड़ाना में आया है. यहाँ सरपंच पति ही सरपंची कर रहा है.और सरपंच साहिबा गृह कार्य कर रही है. विगत पांच वर्षों में आलम यह रहा की सिर्फ मंत्रालय जाने वाले कागजों को छोड़कर तमाम बिलों पर सरपंच पति ने ही हस्ताक्षर कर ग्राम विकास के लिए आई राशि का आहरण कर लिया। गाँव की दशा आज भी जस की तस है जबकि कागजों में यहाँ केंद्र एवं प्रदेश सरकार की योजनाओं से 2 करोड़ से अधिक के विकास कार्य हो चुके हैं.

फर्जी हस्ताक्षरों से हुआ आहरण

विगत 3 वर्ष पूर्व पंचायत राज संचालनालय के एक आदेश से सरपंचो को अधिकार प्राप्त हुए थे की वो कोटेशन बिल लगाकर आहरण कर सकते है जिनके बाद में मूल बिल उन्हें मूल्यांकन कर्ताओ के सामने प्रस्तुत करना होंगे। लेकिन इस आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए यहाँ पड़ाना गाँव में सरपंच रामकन्या के पति जसवंतसिंह ने सरपंच के फर्जी हस्ताक्षर से 1 करोड़ 90 लाख के लगभग के बिल पास हो गए.

   असली हस्ताक्षर                            नकली हस्ताक्षर

सड़क जो बनी एकबार आहरण 4 बार

 पड़ाना गाँव में 4 लाख रुपए की सड़क मुख्य बाजार से होलीटेकरा तक वर्ष 2017 में पंचपरमेश्वर योजना से बनी थी. यह सड़क बनी एक बार लेकिन आहरण 4 बार किया गया. पहली बार 4 लाख रुपए की सीसी सड़क बाजार से होली टेकरा की और, दूसरी बार 2 लाख 47 हजार रुपए में अतिरिक्त जनपद निधि से सीसी सड़क मेन रोड़ से होली टेकरा की और, तीसरी बार 4 लाख रुपए की सीसी कांक्रीट रोड़ से होली टेकरा का अतिरिक्त कार्य के नाम पर और चौथी बार 2 लाख 41700 रुपए पुनः जनपद निधि से होली टेकरा की और  सड़क के नाम पर आहरण हुए. उल्लेखनीय है की गाँव में हाल ही में 3 लाख रुपए विधायक निधि से सामुदायिक भवन बनाना था लेकिन इस राशि का उपयोग रामदेवरा बनाने में कर दिया।

निजी कर्मचारी लिख रहा केशबुक

जिले की सबसे बड़ी पंचायत होने के कारण पड़ाना ही पहला ऐसा गाँव है जहाँ जलकर, प्रकाशकर, भवनकर एवं नामांतरण प्रकरण निपटाए जाते है लेकिन यहाँ विगत 2015 के बाद से सरपंच पति का निजी कर्मचारी ही केशबुक लिखता है. यहाँ पानी नीलामी , बाजार नीलामी, दुकान किराया, हाट बाजार बैठक राशि के नाम पर विगत पांच वर्षों में महज 36500 रुपए ही पंचायत कोष में जमा हो सके है जबकि इतनी आय तो प्रति माह है.

फर्जी बिलों में मनचाहा भाव

ग्राम पंचायत पड़ाना में ज्यादातर पटेल ट्रेडर्स पड़ाना एवं मंसूरी कंस्ट्रक्शन मऊ से रेत गिट्टी सीमेंट सरिया आदि खरीदी के बिल लगाए गए है या बिना बिल लगाए भी सरपंच के व्हाउचर पर उपरोक्त फर्मो को राशि अदा की है. लेकिन अनियमितताओं का आलम यह है की जो रेत बाजार में आज भी 2500 से 2800 रुपए प्रति ट्राली बिक रही है उसी रेत के भाव दिनांक 29/06/2019 के एक बिल के अनुसार 5400 रुपए प्रति ट्राली एवं 11/06/2019 को 4500 रुपए प्रति ट्राली खरीदना बताया गया. साथ ही पड़ाना के पटेल ट्रेडर्स से खरीदी गयी रेत एवं गिट्टी पर 3 से 4 हजार रुपए प्रति ट्रीप परिवहन किराया के बिल आहरण कर लिए गए और मूल्यांकन कर्ताओ ने भी फर्जी मूल्यांकन कर आहरण करवा दिया। उल्लेखनीय यह भी है की जिन व्यापारियों से टीन नंबर वाले बिलों से खरीदना बताया गया उनकी फर्मो के जीएसटी नंबर और वाणिज्यकर का कहीं कोई उल्लेख नहीं किया गया.

ऐसे हुआ हस्ताक्षर का खुलासा

आमद्वार को शिकायत मिलने पर पंचायत दर्पण से प्राप्त बिलों के हस्ताक्षर को जनपद में मंत्रालय के नाम दिए गए पत्रों एवं निर्वाचन जीतने के समय करवाए गए हस्ताक्षरों का मिलान करवाया गया तो दोनों अलग अलग थे. ऐसे में ग्रामीणों से पड़ताल की गयी तो ज्ञात हुआ की सरपंच पति सरपंच की सील जेब में रखता है एवं जहाँ जरूरत लगे वहीं सील लगाकर खुद ही रामकन्या बनकर दस्तखत कर देता है. मामले की पड़ताल के लिए हमने जनपद सीईओ मुकेश जैन से संपर्क करने की कई बार कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

 

इनका कहना हैं

 आपके द्वारा मामले की जानकारी मिली है हस्ताक्षर नमूनों की विधिवत जांच करवाकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

निधि निवेदिता कलेक्टर राजगढ़

 

 कागजों के अनुसार यह हुए अबतक निर्माण

  • 2 लाख 31 हजार 516 रुपए का पूर्व सरपंच के कार्यकाल से स्वीकृत माध्यमिक विद्यालय में अतिरिक्त कक्ष।
  • 2 लाख 31 हजार 516 रुपए का पूर्व सरपंच के कार्यकाल से स्वीकृत माध्यमिक विद्यालय में एक और अतिरिक्त कक्ष।
  • 2 लाख रुपए का जनसंपर्क मद से न्यू  एरा स्कूल में अतिरिक्त कक्ष निर्माण।
  • 1 लाख रुपए का सार्वजनिक चबूतरा सांसद निधि से पूर्व कार्यकाल।
  • 2 लाख रुपए की विधायक निधि से सामुदायिक भवन माली मोहल्ला।
  •   2 लाख 25 हजार, सरस्वती शिशु मंदिर कक्ष निर्माण कार्य।
  • 5 लाख 8 हजार सीसी सड़क नाली निर्माण मंसूरी चक्की से भंडारी के मकान तक।
  • 1 लाख 97 हजार रुपए की विद्युत मोटर पीएचई के प्रस्ताव अनुसार पावर पम्प।
  • 1 लाख 97 हजार रुपए की दूसरी विद्युत मोटर पीएचई के प्रस्ताव अनुसार पावर पम्प।
  • 75 हजार रुपए का सीसी रोड़ निर्माण बंसीलाल के मकान से खेड़ापति हनुमान मंदिर तक।
  • 32 हजार रुपए का कांजीहाउस पंचायत भवन के पास।
  • 4 लाख 9250 रुपए की सीसी सड़क एवं नाली निर्माण -इब्राहिम शाह के मकान से डॉ वाहिद के मकान तक।
  • 92 लाख 79950रुपए का इब्राहिम शाह के मकान से डॉक्टर वाहिद के मकान तक एवं अन्य सी सी सड़क कार्य तथा नाली निर्माण।
  • 10 लाख रुपए का जिम के लिए सामुदायिक भवन निर्माण।
  • 9 लाख 90 हजार रुपए का हथकरघा बुनकर योजना में बुनकर कालोनी में सीमेंट कांक्रीट निर्माण । 
  • 2 लाख रुपए की बाउंड्रीवाल निर्माण गोस्वामी समाज के शमशान में।
  • 4 लाख रुपए की सीसी सड़क मेन रोड़ से हॉस्पिटल तक।
  • 3 लाख का विधायक निधि से सामुदायिक भवन धनगर मोहल्ला।
  • 10 हजार रुपए में रपटा पर रेम्प निर्माण ।
  • 50 हजार रुपए का हाट बाजार में चबूतरा।
  • 92 हजार रुपए की विद्युत मोटर।