भोपाल

साप्ताहिक पत्र को दैनिक दर्शाकर निकायों का किया आर्थिक नुकसान : गाइडलाइन का खुला उलंघन

भोपाल

 

राजगढ़। जिले में गत दस महीने से संचालित अखबार प्रभात संकेत अखबार के संचालको पर शासकीय संस्थाओं को गलत जानकारी देकर बड़ा आर्थिक अपराध करने का आरोप लग रहा है। जांच में हुए खुलासे के बाद इस अपराध में 420 के तहत कार्रवाई की आशंकाए बढ़ गयी है। 

दो जून को इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा प्रभात संकेत अखबार का घोषणापत्र निरस्त होने के बाद अखबार संचालको की धोखाधड़ी सामने आने पर जिले के कई निकायों को संशय में रखकर विज्ञप्ति के नाम पर लाखों का चूना लगाने का मामला सामने आया है। घोषणापत्र आरएनआई पंजीयन के अनुसार प्रभात संकेत साप्ताहिक अखबार था। और साप्ताहिक अखबारों का प्रकाशन कम प्रतियों में रहने के कारण कई मामलों में तो डीएवीपी दरें शून्य मानी जाती है एवं कुछ में होती भी है तो नियमित न होने के कारण न्यूनतम डीएवीपी दरें निर्धारित रहती है। 
ऐसे में दैनिक प्रकाशन कर प्रिंट लाइन में दिए गए अखबार संचालकों ने राजगढ़ जिले के कई निकायों सहित अन्य शासकीय कार्यालयों को धोखे में रखकर मोटी दरों पर विज्ञापन विज्ञप्ति हासिल किए। बिना डीएवीपी निर्धारित अथवा कम दर निर्धारण के बावजूद दैनिक दिखाकर हासिल किए गए विज्ञप्ति इश्तहार शून्य हो जाने से निकायों को मोटी रकम का आर्थिक नुकसान हुआ है। 

अखबार साप्ताहिक था एवं दैनिक के नाम पर सभी शासकीय कार्यालयों से प्रभात संकेत में छपवाए गए पेड विज्ञप्ति इश्तहारों की जांच में बड़ा खुलासा हो सकता है। ऐसे में शासकीय संस्थाओं को धोखे में रखकर आर्थिक नुकसान पहुंचाने के मामले में दोषियों पर जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जा सकती है।