बैतूल

ससुंदरा आरटीओ चैकपोस्ट से अवैध वाहन कैसे हो रहे पार ।।

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एपिसोड नं. 1

सौरभ वर्मा जिला ब्यूरो  बैतूल म. प्र.

9165099902
बैतूल - राज्य सीमा पर स्थित ससुंदरा आरटीओ चेकपोस्ट पर जम कर चल रहा गोलमाल यहाँ के अधिकारी कर्मचारी शासन के नियमो को ताक पर रख सरकार को लगा रहे चुना भारी एवं अवैध वाहनों का दिन रात इन चैकपास्टों से आवा-गमन कर रहे है इन वाहनो से कमाई के लिए यहाँ अलग से स्टाफ़ भी तैनात रहता है जो सारा मेनेजमेंट संभालता है जल्द ही हम इन लोगों का सच आपके सामने लाएँगे । आरटीओ बैरियर में पदस्थ कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा कुछ मात्र वाहनों की जांच करने के बाद आराम फरमाने लगते हैं और वहां से वाहनों का गुजरना बना रहता है। वहीं रात में गुजरने वाले वाहनों से चैकिंग के नाम पर रुपए लेने के मामले भी आए दिन सामने आ रहे हैं। इन मार्गों में गुजरने वाले वाहन चालकों की मानें तो यहां से प्रतिदिन गुजरने वाले वाहनों के संचालकों से मधुर संबंध बनाकर उसके वाहनों को सेटिंग के बिना रोकटोक के निकाला जाता है इससे जो रक़म मिलती है वो सरकार के नही इन अधिकारियों की जेब में जाति है तभी तो यहाँ पोस्टिंग कराने के लिए नहि काफ़ी मोटी रक़म अदा करना होती है ।।

जिले के आरटीओ चेक पोस्ट पर नाम की कार्रवाई की जा रही है। यहां से प्रतिदिन बडी संख्या में ट्रक बसें, ऑटो, रेट गिट्टी से भरे ट्रक , एवं मवेशियों से भरे ट्रक आदि वाहनों का गुजरना होता है। वहीं यहां से गुजरने वाली बसों की छतों में भारी संख्या में लगेज,व अन्य सामान लदा रहता है। लेकिन स्टाफ द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे वहां के कर्मचारी तो मालामाल हो रहे हैं लेकिन शासन के खाते में जाने वाले राजस्व को भारी छति हो रही है।

रात के समय की जाती है चेकिंग के नाम पर वसूली 

यहाँ से गुजरने वाले ट्रक ड्राइवर बताते यहाँ से निकलने के लिए  आरटीओ चैकपोस्ट में चढ़ावा देना पड़ता है। उसका कहना है कि वहां पर कभी कभार ही रशीद दी जाती है यदि वह समय से रुपए नहीं देता है तो वाहन को खड़ा करा लिया जाता है। वहीं रात में अधिकांस वाहनों रोककर रुपए लिए जाते हैं और रशीद भी नहीं दी जाती है।

ओवरलोड और भारी वाहनों की नहीं होती जांच

चेक पोस्ट से गुजरने वाले भारी वाहन और ओवरलोड वाहनों की जांच करना वहां पर मौजूद कर्मचारियों द्वारा बेहतर नहीं समझा जा रहा है। जिससे ऐसे वाहन धड़ल्ले से आना जाना कर रहे हैं। ऐसे में कई वाहनों में अवैध सामग्री भी होती है। लेकिन जांच नहीं होने के कारण एक जिले से दूसरे जिले और अन्य प्रदेशों में कारोबारियों अवैध सामग्री आसानी से पहुंचा रहे हैं।

आए दिन गुजर रहे मवेशियों से भरे वाहन
चैकपोस्ट से अवैध रूप से मवेसियों को वाहनों में भरकर कारोबारियों द्वारा आना जाना किया जा रहा है। लेकिन जिले की सीमाओं में बनाए गए आरटीओ चैकपोस्ट में मौजूद स्टाफ द्वारा कारोबारियों से गुडबिल बना लेते हैं और वाहनों को आसानी से निकाल देते हैं जिससे यह अवैध रूप से मवेसियों का परिवहन आए दिन और बढ़ रहा है। वहीं इस तरह के गई मामले सामने आए है जो वाहन आरटीओ चैकपोस्ट से निकलते के बाद आगे पुलिस द्वारा पकड़ा गया और कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में मवेसी पाए गए या कोई अवैध सामग्री पाई गई ।।
अगला एपिसोड नं 2 जल्द बताएँगे कैसे होता है मेनेजमेंट ओर कौन करता है ।।