ग्वालियर

नकल में लगाई अकल फिर भी पकड़ा गया मुन्नाभाई

ग्वालियर

ग्वालियर। गजराराजा मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को बीडीएस थर्ड ईयर की परीक्षा थी। परीक्षा अधीक्षक जब क्लास में राउंड लगा रहे थे कि तभी एक छात्र कुछ बातचीत करता हुआ महसूस हुआ। जब कंधा पकड़ा तो कॉलर में कुछ दबा होने का अहसास हुआ। चैकिंग ली तो कान में ब्लूटूथ, कॉलर में वायरलेस एवं डेटा कार्ड फंसा हुआ मिल गया। आरोपित आइडिया डेंटल कॉलेज का छात्र है, उसकी एक्सल शीट जब्त करके नकल का प्रकरण बनाकर जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी को भेज दिया गया है। छात्र को दूसरी एक्सल शीट दे दी गई थी।

मेडिकल कॉलेज में सुबह 10 से 1 बजे के सत्र में बीडीएस थर्ड ईयर की परीक्षा थी। इसमें आइडिया डेंटल कॉलेज के छात्र भी शामिल हुए थे। नियमानुसार सभी से इलेक्ट्रोनिक डिवाइज पहले ही बाहर रखवा दिए गए थे। दोपहर 12 बजे परीक्षा अधीक्षक डॉ. केपी रंजन क्लास में चैकिंग कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने महसूस किया कि आइडिया डेंटल कॉलेज का छात्र प्रमेन्द्र सिंह किसी से धीमी आवाज में बात कर रहा है। जब पलटकर देखा तो सभी छात्र अपना पेपर करने में व्यस्त थे और प्रमेन्द्र भी पेपर लिख रहा था। संदेह होने पर डॉक्टर केपी रंजन ने छात्र को कंधा पकड़कर खड़ा किया। हाथ लगाने से ऐसा लगा कि छात्र की कॉलर में कुछ है। जब कॉलर को छू कर अच्छी तरह से चेक किया तो उसमें वायर एवं कुछ उपकरण सा लगा हुआ दिखाई दिया। कान में चैकिंग की तो ब्लूटूथ मिल गया, जो काफी छोटे आकार का था।

 

जब कॉलर की सिलाई खोली गई तो उसमें से वायर एवं डेटा कार्ड बरामद हुआ। जिसकी मदद से बिना मोबाइल के छात्र नकल कर रहा था। आरोपित छात्र एक्सल शीट लगभग पूरी भर चुका था। अधिकारियों ने अन फेयर मिनिंग का केस बनाकर जबलपुर मेडिकल कॉलेज को भेजा है, जबकि छात्र को दूसरी एक्सल शीट दे दी गई।

डेटा कार्ड से तैयार किया डिवाइस

 

आरोपित छात्र ने नकल करने के लिए काफी दिमाग इस्तेमाल किया था। उसने मोबाइल के डेटा कार्ड को वायर से जोड़कर अलग तरह का डिवाइस तैयार किया था। जिससे वह इसका उपयोग मोबाइल की तरह कर पा रहा था। हालांकि पहले भी कई मुन्नाभाई पकड़े गए हैं, लेकिन यह अपने तरह का अलग ही मामला है।