चंदौली

चंदौली-कायस्थ समाज ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व० लाल बहादुर शास्त्री के 118वीं जयंती पर शास्त्री जन्मस्थली पर माल्यार्पण एवं गोष्ठी कर श्रद्धांजलि दी।"

चंदौली

 कायस्थ महासभा मुगलसराय द्वारा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व० लाल बहादुर शास्त्री जी की 118वीं जयंती मनाई गई। कायस्थ समाज ने शास्त्री जन्मस्थली पर स्थापित शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया।

इस अवसर पर एक गोष्ठी भी की गयी जिसमे शास्त्री जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए उनके आदर्शों को आत्मसात कर उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कायस्थ महासभा के संयोजक अभिषेक नारायण ने कहा कि भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री जी ने अपने असाधारण एवं सशक्त नेतृत्व से भारतीय सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही देश के किसानों और जवानों को नयी दिशा भी दिखाई थी। उनके दिये "जय जवान जय किसान" के नारे ने भारत की समृद्धि और सुरक्षा के दो सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों को मजबूत किया है।

युवा समाजसेवी रत्नेश श्रीवास्तव ने कहा कि यदि आज जन प्रतिनिधि यदि उनके द्वारा दर्शाये गए मार्ग का अनुशरण करे तो देश से भ्रष्टाचार समाप्त हो सकता है।

गोष्ठी का संचालन करते हुए ज्ञान प्रकाश सिन्हा ने कहा कि शास्त्री जी की सादगी, ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा, निडर व्यक्तित्व हर भारतवासी को प्रेरित करता है। 

अंत मे शास्त्री जन्मस्थली के लिए संघर्षरत पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जन्मस्थली सेवा न्यास की मांगों का समर्थन करते हुए कायस्थ महासभा मुगलसराय ने सरकार से शास्त्री जी की जन्मस्थली को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने, मुगलसराय का नाम शास्त्री जी के नाम पर करने एवं जन्म स्थली का समुचित विकास करने की मांग की।

इस अवसर संयोजक अभिषेक नारायण, ज्ञान प्रकाश सिन्हा, रतनेश श्रीवास्तव, अमिताभ श्रीवास्तव, विवेक श्रीवास्तव, पियूष रंजन, बिरेंद्र प्रसाद सिन्हा, पंकज श्रीवास्तव, विपिन सिन्हा, रमेश श्रीवास्तव, संजय, संजीव, मोहित, हेमंत आदि उपस्थित थे।

गोष्ठी की अध्यक्षता कायस्थ महासभा मुगलसराय के संयोजक अभिषेक नारायण, संचालन ज्ञान प्रकाश सिन्हा एवं धन्यवाद ज्ञापन अमिताभ श्रीवास्तव ने किया सूर्य प्रकाश सिंह की रिपोर्ट