राजगढ़

 हडताल के पहले दिन में ही हो गयी शहर कि दुर्दशा, अब जिले में हड़ताल कि तैयारी

राजगढ़

म.प्र. नगरपालिका कर्मचारी महासंघ  संभागीय एवं जिला स्तरीय पदाधिकारियों ने सोंपा ज्ञापन

 

 

पचोर । सोमवार को नगर परिषद पचोर के सफाई दरोगा एवं उनके पुत्र पर कि गयी झूठी एफआईआर कि वजह तूल पकड़े मामले कि वजह से नप कर्मियों कि अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू हो गयी है। हड़ताल के पहले दिन कि हडताल में ही नगर में नल जल व्यवस्था एवं सफाई व्यवस्था चरमरा जाने से  से शहर कि दुर्दशा दिखने लगी है। इधर सफाई कर्मचारी संघ एवं मप्र नगर पालिका कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों के सक्रीय होने से जिले भर में भी हडताल होने का खतरा मंडराने लगा है ।

महासंघ के पदाधिकारियों ने सोंपे ज्ञापन

मप्र नगर पालिका महासंघ के संभागीय एवं जिला स्तरीय पदाधिकारियों ने मंगलवार को पचोर नगर पालिका अधिकारी सहित पचोर थाना एवं तहसीलदार को ज्ञापन सोंपकर कर्मचारी पर कि गयी झूठी एफआईआर रद्द करने एवं आरोपियों कि गिरफ्तारी कि मांग कि गयी है । कर्मचारियों का कहना था कि स्वच्छता पर्यवेक्षक रामचंद्र खरे 31 जून को शासकीय कार्य अपनी टीम के साथ सम्पादन कर रहे थे। आरोपी अमन पिता अशोक मुन्दरिया, एवं बन्टी पिता अशोक मुन्देरिया द्वारा रामचन्द्र खरे दल प्रभारी एवं उनके पुत्र के खिलाफ षडयंत्रपूर्वक थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गयी जबकि आरोपीगणो द्वारा शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न कि गयी थी । इधर पुलिस प्रशासन द्वारा एफआईआर आरोपियों के विरुद्ध काफी देर से कि गयी । जिससे पुलिस प्रशासन की कार्यवाही पर प्रश्न चिन्ह लग गया ऐसी स्थिति में नगर परिषद पचोर के सभी कर्मचारीगण एक जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं।

इस अवसर पर संभागीय पदाधिकारियों में देवीसिंह सोलंकी, मजदूर ट्रेड यूनियन के पदाधिकारी राजेश कटारे राजगढ़, पाकिरचंद वाल्मीकि, सहित पचोर नगर परिषद् के कर्मचारी उपस्थित थे।

 

यह है पूरा मामला

बस स्टेंड पर अम्बेडकर पार्क के आसपास का अतिक्रमण हटाकर वर्ष 2011 में नगर परिषद द्वारा नीलामी के उद्देश्य से दुकाने बनाई गयी थी। लेकिन नीलामी के पूर्व ही नेताओं कि शह पर दुकानों के आसपास अतिक्रमण कर लिया गया। वर्ष 2017 में नगर परिषद ने उक्त स्थान का अतिक्रमण हटाकर दुकाने नीलाम कर दी थी। परन्तु अतिक्रमणकारियों ने न्यायालय से स्थगन आदेश ले लिया । इस स्थान पर नीलामी में दूकान खरीद चुके दरोगा रामचन्द्र खरे के पुत्र अरुण खरे ने सोमवार को दूकान पर कब्जे कि शिकायत नगर परिषद में कि उसके बाद निकायकर्मी कब्जा हटाने पहुंचे तो कब्जाधारी अमन मुंदेरिया एवं बंटी मुंदेरिया में कहा सुनी हुई ।  इसके बाद अमन मुदेरिया कि शिकायत पर पचोर पुलिस ने बिना सोचे समझे नगर परिषद के दरोगा रामचंद्र खरे एवं उनके पुत्र अरुण खरे पर मारपीट कि धाराओं में मामला दर्ज कर लिया । जबकि अरुण खरे मोके पर मोजूद ही नही थे ।

झूठा मामला दर्ज होने के बाद नगर परिषद के शासकीय कार्य से आए कर्मचारियों में रोष उत्पन्न हो गया एवं रात को ही नारेबाजी करते हुए थाने पहुँचकर ज्ञापन सोंपा।

 ज्ञापन के बाद पुलिस ने दोनों कब्जाधारी आरोपियों पर शासकीय कार्य में बाधा का मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन मंगलवार को सुबह पुनः जिला एवं संभाग के पदाधिकारियों ने आरोपियों कि गिरफ्तारी कि मांग एवं निर्दोष कर्मचारी पर कि गयी एफआईआर रद्द करने कि मांग को लेकर ज्ञापन सोंपा गया ।

 कर्मचारी संघ के नेताओं का कहना था कि जल्द ही गिरफ्तारी कर एफआईआर रद्द नही कि गयी तो जिले भर में निकाय कर्मी हडताल करेंगे ।