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मंगलवार को राजगढ़ में पदभार ग्रहण करेंगे नवागत कलेक्टर हर्ष दीक्षित : जानिए उनकी आगे क्या रहेगी गतिविधि

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राजगढ़। जिले में नवागत कलेक्टर हर्ष दीक्षित मंगलवार को पदभार ग्रहण करेंगे। सोमवार को कलेक्टर नीरजकुमार सिंह राजगढ़ से रिलीव होकर होशंगाबाद चले गए है। श्री सिंह मंगलवार को होशंगाबाद में पदभार ग्रहण करेंगे। दबंग छवि के रूप में उभरे आईएएस हर्ष दीक्षित जबलपुर में अतिरिक्त कलेक्टर पद से रिलीव होकर सोमवार की शाम को राजगढ़ सर्किट हाउस पहुंच गए हैं। श्री दीक्षित मंगलवार की सुबह कलेक्ट्रेट में चार्ज संभालने के बाद प्रेसवार्ता आयोजित कर जिले के विकास को गति देंगे। वहीं जिले से होशंगाबाद कलेक्टर के रूप में नया दायित्व संभालने गए कलेक्टर श्री सिंह द्वारा जिले में कोरोना कि तीसरी लहर से निपटने के लिए किए इंतजामो को गति देने के साथ ही जिले में राजस्व कार्यों में वर्ष 2019 में कांग्रेस शासन के दौरान जमीनों के मामलों आदिवासी एवं दलित पट्टों की भूमि को फर्जी तरीके से अनुमति के मामलों को पकड़कर उन मामलों का पर्दाफाश करेंगे। उल्लेखनीय है कि नवागत कलेक्टर श्री दीक्षित पारदर्शिता एवं दबंगता के साथ निष्पक्ष कार्य करने के लिए जाने जाते है इसी वजह से मुख्यमंत्री की गुड लिस्ट में शामिल होने पर उन्हें राजगढ़ की जवाबदारी सौंपी गई है। राजगढ़ जिले में लगभग 1200 हेक्टर शासकीय भूमि दबंगो के कब्जे में जा चुकी है ऐसे में गत दिनों कालोनाइजरों पर कलेक्टर नीरजकुमार सिंह द्वारा की गई कार्रवाई को गति देते हुए श्री दीक्षित इस बार शासकीय जमीनों पर कब्जाधारियों से मुक्त करेंगे। मप्र सरकार की सुचिता को आगे बढ़ाते हुए श्री दीक्षित आगामी दिनों में कांग्रेस शासन के दौरान हुई जमीन की गड़बड़ियों के उजागर करने के साथ ही वर्ष 2018 में हुए प्रोटोकाल घोटाले को भी उजागर करेंगे। सूत्रों के अनुसार शासन द्वारा उन्हें इन घोटालों के उजागर करने के लिए फ्रीहैंड किया गया है। 

आपको विदित हो कि 1 अप्रेल 1986 को उत्तरप्रदेश में जन्मे हर्ष दीक्षित ने बीई (इलेक्ट्रिकल इंजीनियर) तक शिक्षा ग्रहण करने के बाद वर्ष 2013 में प्रथम प्रयास में यूपीपीएसी क्लियर की।  फरवरी 2014 में एमपी केडर आवंटित होने के बाद प्रथम बार झाबुआ में अतिरिक्त कलेक्टर बनाया गया। जहां 6 माह तक कुशलता से कार्य करने के बाद पहली बार बालाघाट के बैहर में स्वतंत्र रूप से एसडीओ का प्रभार सौंपा गया था। जहां 2 वर्ष के कार्यकाल के बाद जिले के रूप में वर्ष 2017 में छतरपुर जिला पंचायत सीईओ बनाए गए। एवं वर्ष 2019 में जबलपुर जैसे बड़े जिले में अपर कलेक्टर का प्रभार सौंपा गया। जहां एक वेयर हाउस में अनियमितता पाए जाने पर जमकर फटकार लगाई उस समय श्री दीक्षित दबंग आईएएस के रूप में प्रदेश में चर्चा का विषय बने थे। कोरोना काल मे रेडक्रॉस के माध्यम से जबलपुर जैसे महानगर में बेहतर सेवाएं देकर मुख्यमंत्री की गुड लिस्ट में आ गए। श्री दीक्षित मंगलवार को कलेक्ट्रेट में पदभार ग्रहण करने के बाद पत्रकार वार्ता में जिले के नाम अपनी कार्यप्रणाली बताएंगे वहीं अगले तीन चार दिनों में ही जिले में भृमण कर जिले की भौगोलिक जानकारी से अवगत होंगे।