चंदौली

चंदौली/सनबीम स्कूल मुगलसराय के शतरंज प्रतियोगिता में छात्र- छात्राओं ने दिखाई प्रतिभा

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सनबीम स्कूल मुगलसराय के शतरंज प्रतियोगिता में छात्र- छात्राओं ने दिखाई प्रतिभा

दुलहीपुर स्थित सनबीम स्कूल मुगलसराय में दिनांक 5 मई  , दिन रविवार को एक दिवसीय शतरंज प्रतियोगिता के द्वितीय संस्करण 'चतुरंग' का आयोजन किया गया । जिसका उद्देश्य बच्चों में बुद्धि , एकाग्रता के गुणों को विकसित करने के साथ - साथ उन्हें दूरदर्शी और कुशल निर्णय निर्माता बनाना। शह  और मात के इस खेल में चंदौली और वाराणसी तथा अन्य जिलों के 22 विद्यालयों के 425 विद्यार्थियों ने  अंडर 9 , अंडर 11 , अंडर 14  और अंडर 17 आयु वर्ग में उत्साहपूर्वक भाग लिया।  सभी वर्गों के बच्चों ने जमकर दिमागी घोड़े दौड़ाएं। करीब 6 घंटे तक चले इस खेल प्रतियोगिता में  सभी वर्गों से शीर्ष खिलाड़ियों का चयन किया गया ।  प्रतिभागी पूरी तरह से एकाग्रचित होकर विरोधी खिलाड़ी को मात देने के लिए चाले सोचते नजर आए  कोई सामने वाले के हाथी , घोड़े को पस्त करने के लिए चालें सोचता नजर आया तो कोई अपने राजा, मंत्री को बचाने के लिए जद्दोजहद करता नजर आया।
चतुरंग प्रतियोगिता  के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री वारिज़ नयन (चीफ वर्कशॉप मैनेजर ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे पंडित दीनदयाल नगर), श्रीमती टी. ओनिमा रेड्डी (प्रोफेसर, डिपार्टमेंट ऑफ फिजिकल एजुकेशन बी. एच. यू. वाराणसी) तथा श्रीमती कविता पटेल (आर्बिटर) व श्री चंचल कुमार गांगुली (आयोजक सदस्य) को विद्यालय के सेक्रेटरी श्री यदुराज कानूडिया जी और  निदेशिका श्रीमती श्वेता कानूडिया जी व प्रधानाचार्य श्री सी.के.पालित जी ने 'अंगवस्त्र' और 'स्मृति चिह्न' भेंट कर उनका  स्वागत और  अभिनंदन किया।
'चतुरंग' कार्यक्रम के  अतिथि द्वय श्री वारिज़ नयन जी और श्रीमती टी. ओनिमा रेड्डी जी ने पुरस्कार वितरण करते हुए कहा - कि शतरंज हमें जीवन में निरन्तर प्रयासरत रहने की सीख देता है। यह खेल हमें असफलता से सीखकर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है । हम सभी को इसे  जीवन में अपनाना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विद्यालय की निदेशिका श्रीमती श्वेता कानूडिया जी ने कहा कि शतरंज ही एक मात्र ऐसा खेल है जिसमें हमारी तार्किक, बौद्धिक, वैचारिक शक्ति का विकास होता है। और इसके द्वारा खिलाड़ी शांतचित्त तथा धैर्यपूर्वक कार्य करना सीखता है जो कि उसके उत्थान में  महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

इस प्रतियोगिता के सफल आयोजन पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री सी.के.पालित जी ने सभी सफल विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना की । तथा उन्होंने अपने संबोधन में कहा - कि  शतरंज केवल खेल ही नहीं बल्कि जीवन का सर्वांगीण विकास करने वाला खेल है जिससे विद्यार्थी के अंदर धैर्य , अनुशासन , तार्किक दक्षता जैसे गुणों का विकास होता है। उन्होंने यह भी कहा कि सनबीम स्कूल मुगलसराय का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के शैक्षिक ज्ञान के साथ-साथ उनके कौशल और बौद्धिक ज्ञान को भी बढ़ावा देना है।
बालिकाओं की शतरंज प्रतियोगिता छह चरणों में सम्पन्न हुई। जिसमें  9 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त की याशिका प्रताप सिंह ( सनबीम स्कूल लहरतारा ) तथा चंदौली जिले में प्रथम स्थान पर रहीं आद्या सिंह ( सनबीम स्कूल  मुगलसराय) । वहीं 11 वर्ष आयु वर्ग में अन्यन्या श्रीवास्तव (सनबीम इंग्लिश स्कूल भगवानपुर)   और  चंदौली जिले में प्रथम स्थान पर रहीं मिस्सी सिंह ( सनबीम स्कूल  मुगलसराय। 
तथा 14 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त की समृद्धि तिवारी  (सनबीम स्कूल लहरतारा ) , और  चंदौली जिले में प्रथम स्थान पर रहीं आस्था कुमारी ( सनबीम स्कूल  मुगलसराय) । एवम् 17 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त की वैष्णवी प्रकाश  (सनबीम स्कूल लहरतारा ) , और चंदौली जिले में प्रथम स्थान पर रहीं श्रृष्टि मिश्रा ( सनबीम स्कूल  मुगलसराय)। 
बालकों का शतरंज प्रतियोगिता भी छह चरणों में सम्पन्न हुआ। जिसमें  9 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किए स्वर श्रीवास्तव ( सनबीम स्कूल एंड हॉस्टल वरुणा ) तथा चंदौली जिले में प्रथम स्थान पर रहें विभोर अग्रवाल ( सनबीम स्कूल  मुगलसराय) । वहीं 11 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किए रुद्र प्रताप श्रीवास्तव (सनबीम स्कूल अन्नपूर्णा ) और चंदौली जिले में प्रथम स्थान पर रहें तन्मय कुमार (सनबीम स्कूल  मुगलसराय) तथा 14 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किए प्रखर त्रिपाठी  (सनबीम स्कूल लहरतारा ) , और  चंदौली जिले में प्रथम स्थान पर रहें प्रांजल कुमार सिंह ( सनबीम स्कूल  मुगलसराय) । एवम् 17 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किए  केशव सिंघल  (सनबीम स्कूल लहरतारा ) , और चंदौली जिले में प्रथम स्थान पर रहें कुमार श्रेयस ( सनबीम स्कूल  मुगलसराय) ।
सभी विजेताओं को 'प्रमाणपत्र' व 'मेडल'  प्रदान किया गया व सभी प्रतिभागियों को 'प्रतिभागिता प्रमाण पत्र'  दिया गया।कार्यक्रम का तकनीकी विवरण इंटर नेशनल ऑर्बिटर  श्रीमती कविता पटेल जी के मार्गदर्शन में पूर्ण किया गया। इस प्रतियोगिता का सम्पूर्ण विवरण ऑनलाइन  ches result.com पर प्रत्येक चरणों का सजीव परिणाम प्रसारित हुआ।
इस अवसर पर विद्यालय की डीन व  उप-प्रधानाचार्या श्रीमती स्मृति खन्ना जी तथा उप - प्रधानाचार्य (शैक्षणिक) श्री राम प्रताप सिंह, एच. आर. डी. हेड श्रीमती श्रुति अग्रवाल  सहित  शिक्षक - शिक्षिकाएं उपस्थित थे।