विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पे नीमा द्वारा एक गोष्ठी का आयोजन दुलहीपुर में हुआ जिसमें नीमा प्रदेश प्रवक्ता डॉ ओ पी सिंह ने कहा कि दुनिया भर में हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। वर्ल्ड हेल्थ डे 2025 को मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करके बेहतर जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रेरित करना है। विश्व स्वास्थ्य दिवस स्वास्थ्य और सेहत से जुड़ी महत्वपूर्ण समस्याओं पर चर्चा करने, समाधान सुझाने और जागरूकता फैलाने का एक सशक्त माध्यम है। बता दें, यह दिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की स्थापना की याद में मनाया जाता है, इस बार एक विशेष अभियान की शुरुआत करेगा। इस वर्ष का थीम है – “स्वस्थ शुरुआत, मां और शिशु की सेहत: स्वस्थ समाज की नींव माताओं और नवजात शिशुओं का स्वास्थ्य केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पूरे समाज की समृद्धि का आधार है। एक स्वस्थ माँ ही एक स्वस्थ पीढ़ी को जन्म देती है, और एक स्वस्थ शिशु ही भविष्य की आशा बनता है।हर 7 सेकंड में 1 रोकी जा सकने वाली मौतदुख की बात है कि आज भी लगभग 3 लाख महिलाएँ हर साल गर्भावस्था या प्रसव के कारण जान गंवाती हैं, और 2 करोड़ से अधिक नवजात या मृत शिशु जन्म से संबंधित आँकड़े दर्ज होते हैं।यह दर्शाता है कि हर 7 सेकंड में एक जीवन हम बचा सकते थे, अगर समय पर उचित देखभाल और संसाधन उपलब्ध होते।गोष्ठी में प्रमुख रूप से डॉ मनोज सिंह, डॉ सत्यपाल यादव,डॉ, विकाश सिंह,डॉ सी बी सिंह, डॉ संतोष शर्मा,संजीव प्रजापति, अंकित पटेल,प्रकाश साहनी,हाजी रसीद,सहाबुद्दीन सिद्धिकी, राजकुमार,डॉ दीपक पटेल महेन्द्रपाल इत्यादि लोग थे
सूर्य प्रकाश सिंह की रिपोर्ट