26 जुलाई 2025 को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देश पर आज समाजवादी पार्टी जनपद चन्दौली के तत्वावधान में अरविंद वाटिका चंदौली में संविधान मान स्तंभ दिवस,आरक्षण दिवस मनाया गया,जहाँ संविधान बचाने और आरक्षण सुरक्षा पर चर्चा परिचर्चा वरिष्ठ नेताओ संग किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि घोसी के लोकप्रिय सांसद श्री राजीव राय जी रहे।इस दौरान मुख्य अतिथि घोसी के सांसद राजीव राय जी ने कहा कि भाजपा सरकार बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा बनाए गए संविधान को खत्म करना चाहती है दलितों पिछड़ों के आरक्षण को खत्म करना चाहती है सभी दलित पिछड़ों कि ये लड़ाई है अपने संविधान की रक्षा करिए नहीं तो आने वाली पीढ़ियां फिर से गुलाम हो जाएगी जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर ने कहा कि माननीय पूर्व अखिलेश यादव जी ने संविधान बचाने का जो बीड़ा लिया है सभी पिछड़े दलित, अल्पसंख्य मिलकर संविधान बचाने की इस लड़ाई में माननीय अखिलेश यादव जी का सहयोग करिए और अपने हक और अधिकारों की लड़ाई लड़िए।मुगलसराय विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी चन्द्रशेखर यादव ने कहा कि आरक्षण दिवस’ 26 जुलाई को समाजवादी पार्टी ने ‘संविधान-मानस्तंभ’ के ‘स्थापना दिवस’ के रूप में मनाने का विनम्र निर्णय लिया है क्योंकि इसी दिन महात्मा ज्योतिबा फुले जी द्वारा संकल्पित ‘आरक्षण’ को कोल्हापुर के परम आदरणीय-अनुकरणीय श्रीमंत महाराज राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज जी ने अपने कोल्हापुर राज्य में लागू करके, आरक्षण का शुभारंभ किया था। सामाजिक न्याय की भावना को आरक्षण के रूप में इसी दिन अमल में लाया गया था, जो आगे चलकर बाबासाहब भीमराव अंबेडकर जी के सद्प्रयासों से हमारे संविधान में एक जनाधिकार के रूप में सामाजिक न्याय को सुनिश्चित करने का मूल आधार बना और देश के लोकतंत्र की स्थापना का मूल सिद्धांत भी। इसी परिप्रेक्ष्य में ‘संविधान-मानस्तंभ’ की स्थापना का इससे अधिक ऐतिहासिक अवसर और क्या हो सकता है, क्योंकि विचार को सही में लागू करना ही तो सबसे बड़ा और प्रभावशाली उदाहरण होता है, जो परम आदरणीय-अनुकरणीय श्रीमंत महाराज राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज जी ने कर दिखलाया था।जब तक भाजपा सरकार नहीं हटेगी तब तक पिछड़ों, दलितों, शोषित-वंचितों को सम्मान नहीं मिलेगा।इस अवसर पर पूर्व सांसद रामकिशुन यादव,मनोज सिंह काका,जितेंद्र एडवोकेट पूर्व विधायक,पूनम सोनकर पूर्व विधायक,परवेज अहमद जोखू,लखेंद्र बियार,संतोष यादव, चकरू यादव,अमरनाथ जायसवाल,अश्वनी सोनकर,प्रभुणारायण, रामजनम,तस्लीम अंसारी,सुभाष,सुदामा,नफीस अहमद,सिध्दांत जायसवाल,गार्गी पटेल, गुलशेर सिद्दकी,विरेंद्र प्रधान,महेन्द्र माही,मोहम्मद आरिफ,बाबूलाल यादव,निरंजन कन्नौजिया, सीपी खरवार,शमीम सिद्दकी,जमिल अहमद, महेन्द्र राव,अजय इंद्रेश समेत हजारों कार्यकर्ता और नेतागण मौजूद थे।
सूर्य प्रकाश सिंह की रिपोर्ट