मुहर्रम का चांद दिखा हुआ आगाज दुल्हीपुर शिया बस्ती मैं इस्तकबालिया अलम उठाया गया ।मजलिस को खेताब किया अल्हाज सैयद समर हसन हुसैनी साहेब उनके बयान सुनके अजादारों की आँखें हुई नम। मातमदारो ने नौहा पढ़ा , अहले अजा ये चांद मुहर्रम का चांद है, निकला ग़मे हुसैन के मौसम का चांद है, इन आवाजों से हर मातमदारो चेहरा ग़मगीन होगया और हर तरफ या हुसैन की सदाए आने लगी अलम को लेकर हर अजाखाने में मातमदार गए। इस जुलूस में पूर्ण रूप से शहंशाह हुसैन ,मुजम्मिल अरशद, अली जाफर जाफरी , यूसुफ हुसैनी सैयद आले अब्बास फारिज अली अब्बास अब्दी मीसम हुसैनी फ़राज़ हुसैन लियाकत जाफरी एहसान जाफरी क़ासिम जाफरी फैजी जाफरी अख्तर अब्बास जाफरी जावेद आब्दी गाजी अर्श समद अब्बास इत्यादि लोग उपस्थित रहे
सूर्य प्रकाश सिंह की रिपोर्ट