चंदौली

भारत वर्षीय गोंड आदिवासी महासभा समिति के पदाधिकारीगण डा. उमेश चन्द्र जी के नेतृत्व में जिलाधिकारी से मुलाकात कर उनका अभिनंदन किया।

चंदौली

भारत वर्षीय गोंड आदिवासी महासभा समिति के पदाधिकारीगण डा. उमेश चन्द्र जी के नेतृत्व में जिलाधिकारी चंदौली से मुलाकात कर उनका अभिनंदन किया। दिनांक 24 सितम्बर 2025 को पारित राज्यसभा सांसद ब्रिजलाल जी द्वारा 16 मार्च 2025 को राज्य सभा में दिये गये भाषण और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को भेजी गयी भ्रमित शिकायत के खिलाफ पारित निंदा प्रस्ताव को मा. सभापति, राज्यसभा नई दिल्ली के लिए ज्ञापन जिलाधिकारी चंदौली को सौंपा गया।महासभा के अध्यक्ष डॉ. उमेश चन्द्र ने विगत दिनों एक प्रतिष्ठित अखबार के खबर का हवाला देते हुए पिछड़े वर्ग के लोग अनुसूचित जाति-जनजाति का लाभ ले रहें हैं, यह शिकायत सोनभद्र के हरिनाथ खरवार ने की थी, उसका आधार राज्यसभा सदस्य बृजलाल जी की दर्ज शिकायत थी। ब्रिजलाल जी ने कहा था कि गोंड और खरवार सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली के नौगढ़ ब्लाक में ही केवल पाए जाते हैं और प्रदेश के पुर्वांचल जनपदों में पिछड़े वर्ग के लोग जो कहार, कुम्हार आदि जो 17 जातियों में जिन्हें अनुसूचित जाति के रूप में मान्यता नहीं मिली, वो अपने को गोंड़, खरवार लिख कर अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र लेकर लाभ उठा रहे हैं । उन्होंने कहा कि गोंड और खरवार के नाम पर किसी अन्य जाति को लाभ नहीं मिलना चाहिए; यह प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह सरकार के शासनादेशों के अनुरूप जांच करे तब ही प्रमाण पत्र जारी करे लेकिन जाँच के नाम पर मनमानी आख्या न लगाये और जीवकोपार्जन हेतु अपनाए गए पेशे के आधार, भाषा-बोली, रीति-रिवाज, प्रवास के आधार पर जाति का निर्धारण न करे|उन्होंने विरोध करते हुए शिकायतकर्ता की शिकायत को गलत तथा मिथ्या प्रचार और राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा है कि गोंड, खरवार केवल सोनभद्र जनपद और चंदौली के नौगढ़ ब्लाक में ही पाए जाते हैं यह गलत है | अंग्रजों के समय में हुई जनगणनाओं में तत्कालीन युनाइटेड प्राविन्स के बनारस डीविजन (बनारस, बलिया, मिर्जापुर, गाजीपुर, जौनपुर) में गोंड पुरुषों और महिलाओं की जनसँख्या 1931 में क्रमश: 31,106 और 29,691 तथा गोरखपुर डीविजन (गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़) में 29,816 और 28,664 रही है | वर्त्तमान उत्तर प्रदेश के 17 जनपद इन्ही उपरोक्त जनपदों से सृजित हुए हैं | यही जनसँख्या लगभग 1941 में भी दिखती है | शासनादेश संख्या- 454 सी.एम./26-3-95-3(28)/78, अनुसूचितजाति/जनजाति एवं समाज कल्याण अनुभाग-3 लखनऊ दिनांक 15 सितम्बर 1995 में भी गोंड जाति की उपस्थिति पुरे प्रदेश में दर्शाई गयी है | अतः यह कहना गलत है कि गोंड और खरवार केवल सोनभद्र जनपद और चंदौली के नौगढ़ ब्लाक में पाए जाते हैं | यह कष्ट दायक और निंदनिय है क्योंकि अनुच्छेद 341/342 के अंतर्गत लोकसभा और राज्यसभा ने गोंड को 17 जनपदों और खरवार को 5 जनपदों में अनुसूचित जनजाति की सूची में उत्तर प्रदेश सरकार के अनुशंसा और पुरी प्रक्रिया के उपरांत उपरोक्त बिलों को पारित किया था | महासभा ने उपरोक्त जनप्रतिनिधि के लिए निंदा प्रस्ताव पारित किया।जिलाधिकारी से मुलाकात करने के दौरान श्रीकृष्ण गोंड, प्यारेलाल गोंड, संतोष कुमार गोंड, सुरेश गोंड, घुरहू प्रसाद गोंड, शुभम खरवार, उमेश कुमार पोयामआदि लोग उपस्थित रहे।

 

 

 

 

सूर्य प्रकाश सिंह की रिपोर्ट