राजगढ़

विधायक निवास पर मनाई गई प.श्री दीनदयाल जयंती

राजगढ़

सवांददाता-धर्मेंद्र सिंह पंवार

नरसिंहगढ़-

भारतीय जनता पार्टी के पितृपुरुष स्वर्गीय पण्डित श्री दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती के अवसर पर  विधायक निवास पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पौधारोपण किया गया वही मुख्य वक्ता के रूप में मोजुद विधायक प्रतिनिधि महाराजकुंवर वीर विक्रम सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि  दीनदयाल उपाध्याय जी भारतीय जनसंघ के नेता और भारतीय राजनीतिक एवं आर्थिक चिंतन को वैचारिक दिशा देने वाले पुरोधा थे। यह अलग बात है कि उनके बताए सिद्धांतों और नीतियों की चर्चा साम्यवाद और समाजवाद की तुलना में बेहद कम हुई है। वे उस परंपरा के वाहक थे जो नेहरु के भारत नवनिर्माण की बजाय भारत के पुनर्निर्माण की बात करती है भारत में ज्ञान के प्रसार-प्रचार एवं संचार की प्रणाली के रूप में कथा और उपदेश पद्धति को पुरातनकाल से स्वीकार्यता प्राप्त है। भगवद् गीता में श्रीकृष्ण ने गीता का ज्ञान उपदेश की पद्धति से दिया तो भगवान बुद्ध ने भी ज्ञान के प्रसार का माध्यम उपदेश को ही बनाया। कार्यकम में मुख्य रूप से महाराजकुंवर वीर विक्रम सिंह, पार्षद कमल चोरासिया ,पार्षद अंकित साहू ,पार्षद देवेंद्र वाल्मीकि, दिनेश जाटव, गजेंद्र सिंह केलवा, राहुल शिवहरे, गोरव यादव, गजेंद्र सोनी राजकुमार महावर ,संजय सिंह सिसोदिया, राजेंद्र आशर्मा, ईरशद लाला, तबरेज भाई ,सुनील वर्मा ,प्रसून त्रिपाठी ,जसवंत चावड़ा, भारत सिंह गुर्जर, राजा भाई अमरत प्रजापति, गब्बर गुजर, सूरेंद शेखावत ,राजू सक्सेना ,जितेंद साहु, अमरत प्रजापति, ब्बलू दागीं, मिलन गुप्ते, राजेंद्र सिंह बोडाना ,सुनील यादव,धर्मेंद्र सिंह बोडाना, एवं समस्त भारतीय जनता पार्टी के क्रयाकर्ता उपस्तिथ रहे !