हास्य कवि डॉ.चपाचप जयंती के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों को भेंट किया गया चपाचप बनारसी हास्य ठहाका सम्मान
चन्दौली जिला अंतर्गत पीडीडीयू. नगर, मुगलसराय के जायसवाल गेस्ट हाउस में साहित्यिक संस्था रसवर्षा एवं अस्मिता नाट्य संस्थान द्वारा नाट्य रंगकर्मी विजय कुमार गुप्ता के प्रमुख संयोजन में कवि इन्द्रजीत तिवारी निर्भीक के संयोजन/संचालन में डॉ.अजीत श्रीवास्तव चपाचप बनारसी जयंती समारोह का आयोजन हास्य कवि चिंतित बनारसी के अध्यक्षता में मुख्य अतिथि रतन लाल श्रीवास्तव ने चपाचप बनारसी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उदघाटन किया गया। मुख्य अतिथि रतन लाल श्रीवास्तव ने विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों को चपाचप बनारसी हास्य ठहाका स्मृति सम्मान -2025 भेंट करके सर्वश्री संजय श्रीवास्तव, कृष्ण कान्त गुप्ता,फिल्म निर्माता संजय शर्मा, नाट्य रंगकर्मी प्रमोद अग्रहरि, प्रिंस जायसवाल, राकेश अग्रवाल, संजीव कुमार, हेमंत विश्वकर्मा, विक्की सोनी, संदीप, रोमेश शर्मा, रूद्र नारायण शर्मा, अनिता कुशवाहा,रवि सोनकर सहित अनेकों लोगों को स्मृति सम्मान भेंट किया गया।उक्त आयोजन में चपाचप बनारसी के छोटे भाई पूर्व व्यापार कर अधिकारी प्रदीप कुमार श्रीवास्तव का नागरिक अभिनन्दन भी किया गया। तत्पश्चात् कवि सम्मेलन में कवि इन्द्रजीत तिवारी निर्भीक ने चपाचप बनारसी की रचना लाल टमाटर देहरादून,काटा राजा दूननू जून,लाईन आवे चाहे ना आवे ललाईन आवे,जब ललाईन आ गईल तब लाईन आ गईल सुनाकर श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। चिंतित बनारसी ने अपने ही घर में जैसे गुनहगार हो गये, बाबा जी श्रीविश्वनाथ गिरफ्तार हो गये सुनाकर लोट-पोट कर दिया।मुख्य अतिथि रतन लाल श्रीवास्तव ने कहा कि चपाचप बनारसी साहित्यिक गोली, बारूद,तोप की तरह हास्य-व्यंग्य रचनाओं से शासन - प्रशासन को सोचने पर मजबूर कर दिया करते थे। धन्यवाद आभार नाट्य रंगकर्मी विजय कुमार गुप्ता ने किया।
सूर्य प्रकाश सिंह की रिपोर्ट