इंदौर

जिला निर्वाचन अधिकारी और उनके परिजनों से अभद्रता, जिला युवा संगठन के निर्वाचन स्थगित

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इंदौर/अलिराजपुर। राज मंत्री/संदीप बघेल
 मध्य प्रदेश पश्चिमाञ्चल माहेश्वरी युवा संगठन के अलीराजपुर जिला कार्यकारिणी का निर्वाचन 15 दिसंबर को होना था। इस हेतु जिला निर्वाचन अधिकारी धर्मेंद्र सोमानी के द्वारा मॉडल विधान अनुसार निर्वाचन प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई थी, किंतु समाज के कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करते हुए निर्वाचन अधिकारी के साथ दो बार अलग-अलग दिनों में दुर्व्यवहार किया। इतना ही नहीं माहेष्वरी समाज को "गुंगा-बेहरा समाज" बोलने वाले समाज के ही शराब व्यापारी ओछ्बलाल सोमानी ने युवा संगठन के कार्यो के हस्तक्षेप करते हुए युवा संगठन के राष्ट्रीय पदाधिकारियों और प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों को सार्वजनिक रूप से अपषब्द बोलते हुए गालियां दी। 
 
सोमानी ने समाज को तोड कर युवाओ को पीटने की दी प्रेरणा
युवा संगठन के पदाधिकारीयो को गालीया देने से ही ओछबलाल सोमानी का पेट नही भरा। इसके बाद सार्वजनिक रूप से अन्य पैनल के युवाओं और जिला निर्वाचन अधिकारी को ठोकने ओर निपटने के लिए उनके समर्थक युवाओं को प्रेरित किया। जिसका विडीयो भी जब वायलर हुआ तो इनकी खुब खिल्लीया उडी।  जिसके बाद भी जब निर्वाचन प्रक्रिया जारी रही तो बौखलाए गुट ने कल दोपहर श्री सोमानी की प्रेरणा से उनके गुट के कुछ असामाजिक तत्व इतने सक्रिय हो गए कि निर्वाचन अधिकारी और उनके परिजनों से झुमा झप्पी और मारपीट करने लगे।
इस दौरान माहेश्वरी समाज के जिला महामंत्री विनोद सोमानी की भी कॉलर पकड़ ली। विवाद की सूचना मिलते ही समाज के नगर अध्यक्ष और नगर पालिका उपाध्यक्ष मकु परवाल अपने साथियों के साथ मौके पर पहुचे बीच बचाव कर मामले को शांत किया।
 
प्रदेश अध्यक्ष मानधन्या का सराहनीय कदम
पूरे विवादीत परिस्थिति से जब प्रदेश अध्यक्ष राहुल मानधन्या को अवगत कराया गया तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल आगामी आदेश तक चुनाव को स्थगित कर दिया। प्रदेश अध्यक्ष ने स्थगन आदेश में साफ-साफ उल्लेखित किया कि जिला निर्वाचन अधिकारी धर्मेंद्र सोमानी और उनके परिजनों के साथ हुए दुर्व्यवहार को देखते हुए चुनाव को आगामी आदेश तक स्थगित किया जाता है। वहीं दूसरे पक्ष के कुछ अज्ञानीयों ने इसको भी अपनी जीत बताकर श्रेय लेना शुरू कर फटाके फोड़ दिए। फटाके फोड़ने के दौरान भी 40 वर्ष की उम्र पार तथाकथित युवा भी मौजूद रहे।
शर्तो एवं अपने नियम से निर्वाचन करवाने पर अडे सोमानी -
सुत्रो के अनुसार ओछबलाल सोमानी अखिल भारतीय माहेष्वरी युवा संगठन व मप्र पष्चिामांचल माहेष्वरी युवा संगठन के तय माडल विधानो को ताक में रख कर अपने पक्ष का युवा अध्यक्ष चाहते थे। इसके लिए उन्होने सर्वप्रथम गोविन्दा गुप्ता को अध्यक्ष पद आफर किया। किन्तु श्री गुप्ता ने अन्य पैनल को वादा कर दिया था, इसलिए इनके आफर को ठुकरा दिया। इसके बाद इन्होने अमित मंत्री को अध्यक्ष का दावेदार बना कर प्रचार करवा दिया। किन्तु विधान में अध्यक्ष की पात्रता देख मयंक नगवाडीया को मोहरा बनाया। हालाकी मंयक नगवाडीया एक साफ छबी का व्यक्ती था, किन्तु  उनके परिजनो को इस दल के ही आदित्य गुड्डु व अन्य ने नवरात्री में बेइज्जत कर भगाया था, किन्तु इस चुनाव में इन्हे मना कर अध्यक्ष बनाने की किवायत शुरू कर दी। पुरे मामले में ओछबलाल जी ने हर वो प्रयास किए जिसमें राष्ट्रीय व प्रादेषिक नियमो को तार तार किया जाए।
पंकज के सहारे रिश्तों की आड़ में अजय पर की विजय का प्रयास-
युवा संगठन में अपनी निजी दुश्मनी निकाल कर युवाओं को गुमराह कर प्रदेश अध्यक्ष-प्रदेश निर्वाचन अधिकारी-राष्ट्रीय निर्वाचन अधिकारी सहित समस्त ऊपर वाले पदाधिकारियों को बीच चैराहे गाली देने वाले ओछ्बलाल जीी देर रात 1 बजे युवा संगठन के प्रदेश निर्वाचन अधिकारी अजय झवर के घर सेंधवा उनके जमाई पंकज परवाल को लेकर पहुचे। जमाई सा के साथ पहुच कर चुनाव निरस्त करवाने के लिए मनगढंत आरोप लगा कर पंकज के सहारे अजय पर असत्य की विजय की मोहर लगाने का प्रयास किया। किन्तु वह प्रयास भी विफल रहा।
समझौती के लिए रखे कई आफर-
इस गुट की ओर से ओछबलाल सोमानी ने विवाद खत्म कर युवा संगठन के चुनाव करवाने के लिए कई बार शर्ते रखी। पहले जिला महामंत्री विनोद सोमानी को निर्वाचन अधिकारी बनाने पर उन्हे बदलवाने का दबाव बनवाया। जिसके बाद उनकी ओर से दिए 2 नामो में से एक को निर्वाचन अधिकारी बनाने की बात कही। जिलाध्यक्ष आषिष अगाल ने बिच का रास्ता निकाल कर पुर्व जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सोमानी को जिला निर्वाचन अधिकारी बना दिया वही इन्हे दिए 2 नामो में से एक को सह निर्वाचन अधिकारी का दाईत्व दिया।
पुरे विवाद के दौरान वे यह बात कई जगह कहते आए की मै हस्तक्षैप नही करता लेकिन दिलीप परवाल, खट्टाली को जिला सभा से अखिल भारतीय प्रतिनिधी के पद से हटा दो। अर्थात जिला सभा के चुनावो में इनके अनुरूप कार्य ना होने से उसकी खुन्नस यहा निकालने का प्रयास किया।