चंदौली

चंदौली-एक माह में छठवीं बार बेसहारों का सहारा बनी श्री सेवा सामाजिक संस्था ट्रक चालक के घुटने का कराया ऑपरेशन

चंदौली

किसी के काम जो आए उसे इंसान कहते हैं, पराया दर्द अपनाए उसे इंसान कहते हैं, यह दुनिया एक उलझन है कहीं धोखा कहीं ठोकर , कोई हंस हंस के जीता है कोई जीता है रो-रो कर जो मुश्किल में ना घबराए उसे इंसान कहते हैं। यूं तो दुनिया में पशु भी अपना पेट भरते हैं, लिए नर का रूप जो परमार्थ करते हैं, पथिक जो बांट कर खाएं उसे इंसान कहते हैं । किसी के काम जो आए उसे इंसान कहते हैं।
यह चंद लाइनों को चरितार्थ किया है रवि नगर स्थित श्री सेवा सामाजिक संस्था ने महीने में छठी बार बेसहारों का सहारा बनकर उन्हें जीवनदान देने का काम किया चाहे किसी गरीब की बेटी की शादी हो चाहे किसी के इलाज का खर्च हो या किसी को ऑपरेशन कराकर उसे जान बचाने का मामला हो , हर जरूरतमंद के लिए यह संस्था समर्पित रहती है । इसी कड़ी में 2 दिन पूर्व अलीनगर निवासी विरेंद्र यादव जो एक दुर्घटना में अपना एक पैर गवां चुका था और दूसरे पैर का भी घुटना खराब हो गया था जिससे वह नित्य क्रिया भी करने में असमर्थ था, घर में पंगु बनकर बेचारा बैठ गया था।
  घर में कमाने वाला वीरेंद्र अकेला था उसके साथ उसके बीवी बच्चे उसकी बूढ़ी मां उसकी परवरिश कैसे हो यह लोगों के लिए चिंता का विषय बना हुआ था इसकी सूचना जब 9 जून को संस्था के संस्थापक अध्यक्ष सतीश कुमार जिंदल को मिली तो उन्होंने अपनी संस्था के सदस्यों के साथ उसके घर जाकर जानकारी ली और त्वरित कार्यवाही करते हुए 10 जून को गोधना स्थित एक ट्रामा सेंटर में उसका दाहिने घुटने का भी ऑपरेशन करा दिया  जिससे ट्रक चालक वीरेंद्र यादव संस्था द्वारा आर्थिक सहयोग कर नया जीवन दान देने पर विशेष धन्यवाद दिया
इसी कड़ी में ऑपरेशन के तीसरे दिन शनिवार को संस्था के सचिव शिवकुमार अग्रवाल व संस्था के वरिष्ठ चिकित्सक मनोज सिंह के साथ मुख्य प्रवक्ता भी हॉस्पिटल जाकर पीड़ित का कुशल क्षेम पूछा । उसे देखकर संस्था के सभी सदस्य सफल ऑपरेशन के लिए चिकित्सक डॉक्टर विनोद बिंद का आभार प्रकट किया।  मालूम हो कि संस्था ऑपरेशन व  15 दिनों तक इलाज का पूरा खर्च उठाएगी। पीड़ित पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अपनी दिनचर्या शुरू कर सके।  इस बाबत संस्था के संस्थापक /अध्यक्ष सतीश कुमार जिंदल ने कहा कि हमारी संस्था सदैव गरीबों असहायो मजलूमो अनाथो व जरूरतमंदों का सहयोग करती रहेगी वह किसी जाति या धर्म का हो इसमें कोई भेदभाव नहीं करेगी। हमारी संस्था के सभी 51 सदस्य सेवा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं।

सूर्य प्रकाश सिंह की रिपोर्ट