बैतूल

भक्तों ने केक काटकर मनाया भैरव बाबा का जन्मदिन

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शाहपुर : श्री काल भैरव अष्टमी के अवसर पर पगढाल के श्री काल भैरव मंदिर में बड़े ही श्रद्धा भाव से काल भैरव जयंती मनाई गई । सुबह से देर शाम तक श्रद्धालुओं द्वारा पूजन पाठ का दौर चलता रहा। महाआरती एवं अभिषेक में शामिल होकर सैकड़ों भक्तों ने पुण्य लाभ अर्जित किया । दूध दही तथा विभिन्न प्रकार की पूजन सामग्री से भैरव बाबा का अभिषेक कराया गया, इस दौरान भगवान की प्रतिमा का आकर्षक श्रृंगार किया गया, अभिषेक के पश्चात पूजन व हवन हुआ, शाम को भैरव चालीसा का पाठ सुमधुर भजनों के साथ किया गया, शाम को महाआरती की गई, और केक काटाकर बाबा का जन्म दिन मनाया। जिसमे सैकड़ों धर्मप्रेमी उपस्थित हुए और भक्तों द्वारा भैरव बाबा के जयकारे लगाए गए अंत में प्रशाद वितरण कर कार्यक्रम का समापन किया गया । 

श्री काल भैरव भगवान की महिमा का वर्णन करते हुए पंडा रितेश राठौर ने बताया कि मार्गशीर्ष की काल भैरव अष्टमी विशेष फलदाई होती है, इस माह कृष्ण पक्ष के आठवें दिन कालाष्टमी होती है, जिसे काल भैरव जयंती भी कहते हैं, इस दिन काल भैरव चालीसा का पाठ करने से विशेष फल की प्राप्ति एवं सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं,