भोपाल

पुलिस ने 24 घंटे में सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी,पिता और मृतक की पत्नी ने मिलकर दिया घटना को अंजाम।

भोपाल

छापीहेड़ा- स्थानीय थानांतर्गत ग्राम धुँआखेड़ी में बुधवार 29 जुलाई को हुई युवक के अंधे कत्ल के मामले को पुलिस ने तीव्रता से कार्यवाही करते हुए 24 घँटे में सुलझा कर सराहनीय सफलता प्राप्त की है। ग्राम धुंआखेड़ी के चौकीदार रामबाबू पिता बापुलाल भिलाला ने थाना छापीहेडा पर फोन द्वारा सूचित किया की गांव में रामबक्स दांगी के मकान के किनारे रोड़ पर गांव के ही सियाराम पिता देवनारायण दांगी उम्र 36 वर्ष की लाश पड़ी है। सूचना से तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा कर स्थानीय थाना प्रभारी राकेश दामले ने तत्काल घटनास्थल पर जाकर मौके की कारवाई कर थाना हाजा पर मर्ग क्रमांक 21/2020 धारा 174 जाफो के तहत कायम कर मोके के जांच तथ्यों एव बाद के आधार पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 302 भा द वि के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।जिला पुलिस कप्तान प्रदीप शर्मा द्वारा मामले को संज्ञान में लेते हुए इस अंधे कत्ल की जांच पड़ताल हेतू थाना प्रभारी छापीहेड़ा के नेतृत्व में तत्काल एक टीम गठित कर अज्ञात आरोपी की पतारसी हेतु टीम को जांच सौंपी। टीम ने कार्यवाही प्रारंभ करते हुए परिजनों सहित आसपास के संदेहीयों से सघनता से पूछताछ की, जिसमे पुलिस को तुरन्त ही मामले की तह तक पहुंचने में सफलता मिल गयी। जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवल सिंह सिसोदिया एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस राजगढ़ मंजू चौहान के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी व उनकी टीम ने सफलता हासिल कर ली। मृतक के जूतों से मिला सुराग। जांच के दौरान टीम ने पाया कि मृतक सियाराम के जूते उसके पैर में नहीं थे।इस बिंदु पर गौर करते हुए मृतक के घर पहुंचकर जांच की गई जहाँ मृतक सियाराम के जूते उसके घर में रखें भूसे के ढेर के पास आधे दबे आधे बाहर होना पाया गया, शंका के आधार पर मृतक के पिता देवनारायण दांगी से हिक्मत अमली से पूछताछ की गई तो देवनारायण दांगी ने अपनी बहू मृतक की पत्नी भूरी बाई एवं अपने जमाई मांगीलाल दांगी के साथ घटना को अंजाम देना स्वीकार किया और बताया कि आज से 6-7 महीने पहले सियाराम गांव की ही एक लड़की को भगा कर ले गया था जिसके साथ उज्जैन में रह रहा था परंतु अब कुछ दिनों से घर पर आता जाता था एवं उस लड़की को भी गांव पर लाने की जिद कर रहा था वह पैसे मांगता था और नहीं देने पर झगड़ा करता था जिससे जमीन बेचने की नौबत आ गई थी इसलिए परेशान होकर इस घटना को अंजाम देने की साजिश बहू भूरी बाई व जमाई मांगीलाल के साथ मिलकर रची थी। आरोपियों के द्वारा बताया गया कि रात में खाना खाकर जब सियाराम सो गया तब उसके हाथ पैर बांधकर जबरन उसको कीटनाशक दवाई पिला दी एवं गले को साफी से दबा दिया जिससे कुछ समय बाद उसकी मृत्यु हो गई सियाराम के मरने के बाद हमने घसीट कर रात में करीब 3:30 बजे गली में रामबक्स दांगी के मकान के किनारे रोड पर पटक दिया और सो गए । पुलिस ने बयानों के आधार पर आरोपी गणों से घटना में प्रयुक्त रस्सी, साफी व कीटनाशक की शीशी जप्त की है साथ ही मृतक का मोबाइल व जूते भी मौके से जप्त किए।पुलिस द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश करने की कार्यवाही जारी है।उक्त अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी उप निरीक्षक राकेश दामले एवं उनकी टीम में एएसआई लोकनाथ कोल, प्रधान आरक्षक दिलीप राय,आ. श्यामसुंदर पाटीदार, आ. देवेंद्र मंडलोई, आ. देवेंद्र यादव, आ. शिव दांगी, आ. बने सिंह, आ. पवन, आ. गिरिराज दांगी, आ. जितेन, आ. सत्येंद्र, आ. सुदामा एवं आरक्षक चालक भारत का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।