उज्जैन

उज्जैन के एक थाने में जब विदेशी कुत्तों ने लगाई हाजिरी, तो लोग हुए हैरान

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माधव नगर में अचानक एक साथ बड़ी संख्या में पहुंचे विदेशी नस्ल के कुत्तों को देखकर वहां मौजूद पुलिस अधिकारी-कर्मचारी व अन्य लोग हैरान रह गए। हालांकि जब मामला पता चला तो उन्होंने राहत की सांस ली। करीब 7 महीने पहले प्रशासन को शिकायत मिली थी कि एक फार्म हाउस में बड़ी संख्या में विदेशी नस्ल के कुत्ते बंधे हुए हैं।


उन कुत्तों को खाने-पीने के लिए नहीं दिया जा रहा है। इस पर पशु चिकित्सक और प्रशासन की टीम ने कार्रवाई कर कुत्तों को बरामद किया था, जिन्हें एक संस्था को सौंप दिया गया था। कोर्ट के आदेश पर यह संस्था कुत्तों को थाने लेकर आई थी। इसके चलते थाना परिसर विदेशी नस्ल के कुत्तों से भर गया। एक दर्जन से अधिक चुवावा, मैस्टिफ, बुलडॉग, लैब्राडोर नस्ल के कुत्ते लेकर पीएफए नाम की एनजीओ के सदस्य थाने पहुंचे थे

पुलिस ने लिखा पढ़ी कर कुत्तों का लालपुर स्थित पशु चिकित्सालय में मेडिकल कराया। इसके बाद फिर कुत्तों को एनजीओ को ही सशर्त सौंप दिया गया है। एसआई तरुण कुरील के अनुसार लॉकडाउन के दौरान उज्जैन के नानाखेड़ा क्षेत्र के मगरिया गांव में ब्रीडर रंजीत के फॉर्म हाउस से विदेशी नस्ल के कुत्तों को तत्कालीन एडीएम और पशु चिकित्सक की टीम ने बरामद किए थे।

स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि फॉर्म हाउस में कुत्तों की दशा बहुत ही दयनीय है। ब्रीडर से कुत्तों को जब्त करने के बाद प्रशासन ने उन्हें पीएफए नाम की एनजीओ को सुपुर्दगी में दे दिया था। अब कुत्तों के मालिक रंजीत ने कुत्ते वापस दिलाने के लिए अदालत में आवेदन लगाया है।