राजगढ़

अंदर की बात: राजगढ़ में झूलाघर घोटाला , योजना चढ़ गई भृष्टाचार की भेंट

राजगढ़

 

*इस खबर पर जांच में निकलेगा करोड़ों का गबन*

*माखन विजयवर्गीय (स्टेट न्यूज)*

*राजगढ़।* मप्र के राजगढ़ में राष्ट्रीय शिशुगृह योजना (राजीव गांधी क्रेच स्कीम) भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी। आलम यह रहा कि बीते पांच सालों में ग्राम पंचायत क्षेत्रों में झूलाघर तो नही बन सके पर योजना के नाम पर आई राशि महिला बाल विकास के अधिकारी कर्मचारी निजी एनजीओ के माध्यम से डकार गए। इस योजना में राजगढ़ में अकेले 2021 में ही 19 झुलाघरों के नाम पर 70 लाख का गबन हुआ जिसमें डीपीओ और अकाउंटेंट पर अपना हिस्सा 14 लाख रुपए लेकर फर्जी संस्थाओं के माध्यम से गबन का आरोप है। 

राजगढ़ जिले में इस योजना में बीते पांच वर्षों में फर्जी झूलाघर एवं फर्जी बच्चे लिखकर उनके पूरक पोषण एवं अन्य खर्च के नाम पर 1 करोड़ रुपए के लगभग डकारने का मामला सामने आ रहा है। 
जिन गरीब बच्चों के माता पिता दोनों मजदूरी करते हैं ऐसे बच्चों के लिए केंद्र सरकार की राजीव गांधी क्रेच (झूलाघर)स्कीम की शुरुआत की गई थी। योजना के अंतर्गत जिन गांवों में आंगनवाड़ी नही है ऐसे गांव में निजी एनजीओ के माध्यम से एक केयर टेकर एवं एक सहायिका के माध्यम से झूलाघर संचालित किया जाता है । जिसमे प्रत्येक झूलाघर के लिए शासन से 1 लाख 57 हजार प्रति वर्ष अनुदान राशि आती है। योजना के अनुसार या तो एनजीओ 10 प्रतिशत राशि जमा कर झूलाघर संचालित करता है अथवा 20 रुपये महीना देकर इन क्रेच में अपने बच्‍चों को रख सकती हैं। 

दरअसल राजगढ़ जिले में प्रत्येक गांव में आंगनवाड़ी केन्द्र अथवा मिनी आंगनवाड़ी केंद्र स्थित है अतः इस योजना की जरूरत ही नही है। लेकिन जिले में कागजों में संचालित इस योजना के लिए दस्तावेज हासिल कर उनके खाते खुलवाए गए एवं एटीएम अपने पास रख लिए गए। गांव में किराए के भवन में संचालित बताकर  किराया राशि भी गटक रहे है। 

*तुरन्त जांच हो तो हो जाएगा पर्दाफाश*

गोपनीय सूचनाकर्ता के हवाले से मिली पुख्ता जानकारी की जांच के लिए जिला पंचायत के माध्यम से सरपंच सचिवों को मुस्तेद कर उन गांवों में दर्ज बच्चों के माता पिता के आधार कार्ड का सत्यापन कर उनके समक्ष पंचनामा बनवाया जाए एवं शपथ पत्र लिए जाएं तो पूरे घोटाले का खुलासा हो जाएगा। 

इस विषय में जिला परियोजना अधिकारी सुनीता यादव से चर्चा की तो उनका कहना है कि में बाहर हूँ। आप श्यामबाबू खरे से जानकारी लें। श्यामबाबू खरे को सूची में दिए गए उनके मोबाइल नम्बर पर फोन लगाया तो वह बदल गया बताया जा रहा है।