राजगढ़

बीएसएनएल के अधिकारियों की मिलीभगत से कट लगाकर ब्रॉडबैंड को लाखों का चूना लगाया

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बीएसएनएल के अधिकारियों की मिलीभगत से ब्रॉडबैंड को लाखों का चूना लगाया 

राजगढ़। जिले के एक केबल ऑपरेटर ने बीएसएनएल के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से लाखों का चूना लगा दिया। घटना की जानकारी विजिलेंस टीम भोपाल को लगने पर केबल ऑपरेटर पर चोरी का मामला दर्ज करवा कर पूरा खेल दबा दिया गया। 

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार लंबे समय से बीएसएनएल एक टेक्नीशियन राजेश मौर्य की मदद से नरसिंहगढ़ से ऑप्टिकल फाइबर केबल काटकर पचोर तक कनेक्शन लाया गया। इस तार के माध्यम से पचोर के केबल ऑपरेटर ने यहां पेड टीवी चैनल चलाए। लगभग साल भर से अधिक से यह खेल टेक्नीशियन की मदद से किया जा रहा था।  जिसमे ऑपरेटर एक निश्चित रकम टेकिनीशियन के माध्यम से भेजता था इस रकम को टेकिनीशियन मौर्य एवं नरसिंहगढ़ और ब्यावरा के दो एसडीओ आपस मे बांट लेते थे।
बताया जाता है कि ऑप्टिकल फाइबर लाइन के महज एक तार से 500 हाईस्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्शन चलाए जा सकते है।
उक्त केबल तार से फर्जी कनेक्शन सर्विस प्रोवाइडर चलाए जाने की जानकारी भोपाल विजिलेंस को लगने पर उन्होंने कनेक्शन लाइन की जांच की एवं फरियादी ब्यावरा एसडीओ पीएन गौतम के नाम से एक एफआईआर नरसिंहगढ़ थाने में दर्ज करवाई । नरसिंहगढ़ पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर केबल आपरेटर गजेंद्र प्रजापति को चोरी के आरोप में हिरासत में लेकर जेल भेज दिया।
जहां वो जमानत होने का इंतजार कर रहा है। 
लेकिन इस बड़े खेल में शासन को चुना लगाने वाला असिस्टेंट टेकिनीशियन दो एसडीओ साफ बच निकले। अगर इस मामले में ठीक से पड़ताल की जाए तो शासकीय कर्मचारियों की मिलीभगत के चल रहे इस खेल में 420, 120 बी, 467 एवं 468 के तहत मामला बनता है। साथ ही दोनों एसडीओटी एवं एक टेकिनीशियन सलाखों के अंदर जा सकते हैं। 

 

इस मामले में मौर्य का कहना है कि उक्त आरोप झूठा है। वहीं एसडीओटी गौतम का फोन स्विच ऑफ बता रहा था।