राजगढ़

क्रिसमस पर संत जोसेफ कान्वेंट स्कूल ने उड़ाई नियमो की धज्जियां

राजगढ़

सवांददाता-धर्मेन्द्र सिंह पंवार

नरसिंहगढ़-
क्रिसमस पर संत जोसेफ कान्वेंट स्कूल ने उड़ाई कोविड-19 की धज्जियां जबकि 23 दिसंबर 2021को कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी द्वारा आदेश जारी किया गया था फिर भी स्कूल प्रबंधन द्वारा आदेश को दर किनार करते हुए बिना कोविड-19 के दोनों प्रमाण पत्र चेक किए बिना लोगों की एंट्री की जाकर भारी भीड़ जुटाई जाकर क्रिसमस मनाया गया।
खुलेआम कोविड-19 की अवहेलना 
स्कूल प्रबंधन द्वारा बिना सोशल डिस्टेंसिंग मास्क का प्रयोग ना करना नाही करवा कर धारा 144 कि अवहेलना करते हुए कोविड-19 सारे नियमों को ताक में रखकर शासकीय आदेश की खुलेआम अवहेलना करने या आदेश का पालन नहीं करने पर शासन द्वारा धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी यह इसी प्रकार यह निजी शिक्षण संस्थाएं मनमानी करती रहेंगी यह जांच का विषय है 

 आपको बता दें कि पिछले दिनों जिस बच्चे को इस स्कूल में प्रताड़ित किया था और इतनी बड़ी घटना हुई उसके बाद भी अभी तक उस बच्चे को उसकि अंकसूची नहीं दी जारही है। क्या  प्रशासनिक अधिकारी इस पर संज्ञान लेंगे यह स्कूल है या बाल प्रताड़ना केंद्र हे यह जांच का विषय है
जिन प्रमुख देशों में क्रिसमस पर विशाल भव्य आयोजनों के साथ मनाया जाता था वहां की सरकार द्वारा और लोगों की जागरूकता के चलते कोरोना को देखते हुए जागरूकता दिखाते हुए इस  की पूर्व संध्या पर  शुक्रवार को 2366 फ्लाइट रद्द की गई वही 9000 फ्लाइटों में देरी की गई जबकि शनिवार को क्रिसमस के दिन 1779 फ्लाइटों को बंद कर दिया गया था। यह सब विदेशों की सरकारों द्वारा निर्णय लिया जाकर कोराना को रोकने का भरसक प्रयास किया जा रहा है ऐसे में प्रदेश सरकार जब कोरोना को रोकने का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दे रहा हैं।फिर कैसे सैकड़ों की संख्या में बिना मास्क के लोगों को एकत्रित कर क्रिसमस मनाया जाना प्रशासन के आदेश की अवहेलना करना कहां तक न्यायोचित है।  

स्कूल प्रबंधन द्वारा डिजिटल पेमेंट भी नहीं लिया जाता है सबसे बड़ी बात यह है कि देश के प्रधानमंत्री द्वारा सभी को डिजिटल पेमेंट करने पर जोर दे रहे हैं। लेकिन स्कूल प्रबंधन की मनमानी के चलते नगद केस लिया जाता है। इससे साफ जाहिर होता है कि स्कूल प्रबंधन मनमानी करने पर उतारू है। इस ओर शिक्षा विभाग से लेकर प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है