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अजब मप्र की गजब कार्रवाई: नपाकर्मी संजय जाट मौत के 16 दिन बाद राजगढ़ नगर पालिका स्थान्तरित

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नपाकर्मी संजय जाट मौत के 16 दिन बाद राजगढ़ नगर पालिका स्थान्तरित 

नगरीय विकास एवं आवास उपसचिव तरुण राठी ने जारी किया आदेश 


मप्र के राजगढ़ जिले में फर्जी लोकायुक्त की कार्रवाई करवाकर नपाकर्मी को रातदिन प्रताड़ित कर मौत तक पहुंचाने का मामला गरमाया हुआ है। अब संजय जाट की मौत के बाद जहां 2 आरोपी गिरिराज कसेरा , रजत कसेरा पुलिस हिरासत में है और अन्य दो आरोपियों में इश्तयाक नबी और भागीरथ जाटव को पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। वहीं मृतक नपाकर्मी की मौत के 16 दिन बाद नगरीय प्रशासन ने लोकायुक्त की कार्रवाई के आरोप में जाट को मौत के बाद अब राजगढ़ नगर पालिका में अटैच किया है। उल्लेखनीय है कि लगातार कर्मचारी संघ के धरना आंदोलन के कारण उक्त मामला प्रदेश स्तर तक गरमाया हुआ है बावजूद मौत के बाद उप सचिव तरुण राठी द्वारा जारी अटेचमेंट का यह आदेश शासन की नींद में कार्य करने की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा है। 


 ब्यावरा में पदस्थ नपाकर्मी संजय जाट को 26 मार्च को लोकायुक्त पुलिस ने 3 हजार रुपए की रिश्वत के आरोप में पकड़ा था। हालांकि संजय जाट के हाथ रंगीन नही हुए पर नक्शा भागीरथ जाटव शिकायत के आधार पर कार्रवाई की गई थी। कार्रवाई से दुखी नपाकर्मी जाट को जाटव सहित गिरिराज कसेरा, रजत कसेरा एवं पत्रकार इश्तयाक नबी लगातार ब्लैकमेल कर दबाव बना रहे थे जिससे प्रताड़ित हो 14 अगस्त को फांसी के फंदे पर झूल गया। गत 16 दिनों में जाट समाज द्वारा ज्ञापन के साथ ही तीन बार नगरपालिका कर्मचारी संघ ज्ञापन सौंप चुका है। जिसमे प्रांतीय स्तर तक के कर्मचारी भी शामिल हुए। बावजूद उसके मृतक के मरने के 16 दिन बाद उसके अटेचमेंट का आदेश सरकार के नगरीय प्रशासन विभाग की नींद की पोल खोल रहा है।