भोपाल

ढाई साल बीते,ऋण माफी के प्रमाण पत्र मिले,दौबारा ऋण लेने के लिए किसान सरकारी दफ्तरों के काट रहे चक्कर।

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राजगढ़। जिले के किसानो की पिछले वर्ष अतिवृष्टि से फसल बर्बाद हो गई थी,इस वर्ष मानसून की बेहरूखी से किसानों ने बोवनी तो कर दी परंतु वर्षा नही होने से किसान की अंकुरित सोयाबीन, मुंग उडद ओर पक्का आदि फसल भी नष्ट होने की कगार पर है।लगातार प्रकृति आपदा से जुझ रहे किसानों की आर्थिक स्थिति भी दयनीय होती जा रही है। चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी द्वारा किसानो का दो लाख का कर्ज माफ करने का वादा किया था,किसानों को फरवरी 2019 मे कर्ज माफी के प्रमाण पत्र भी दिए लेकिन ढाई साल बीतने के बाद भी ,सेवा सहकारी समिति हराना के किसान दौबारा ऋण लेने के लिए सरकारी दफ्तरों के काट रहे चक्कर। किसान हरिनारायण नागर,रामचंद्र चौधरी,कन्हैयालाल नागर लक्ष्मी नारायण नागर आदि किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द हमे दौबारा कर्ज राशि दी जाए। केस 1 सेवा सहकारी समिति किसान हरिनारायण पिता दयाराम धाकड़ ने बताया कि जय किसान फसल ऋण माफी योजनांतर्गत फरवरी 2019 मे संस्था द्वारा 66हजार 29 रूपये का ऋण माफी प्रमाण दिया था,आजतक मुझे दोबारा ऋण नही दिया। केश 2 वही किसान कन्हैयालाल कंवरलाल धाकड़ को भी संस्था द्वारा 89 हजार चार सो 31 रूपये का ऋणमाफी प्रमाण पत्र दिया था ,ढाई साल बितने के बाद भी समिति द्वारा दौबारा ऋण नही दिया गया। केश 3 वही किसान जयनारायण धाकड़ ने बताया की 40 हजार रूपये की ऋणमाफी प्रमाण पत्र दिया था,संस्था द्वारा दोबारा ऋण नही गया। केश 4 किसान रामचंद्र धाकड़ ने बताया कि समिति फरवरी माह मे 57 हजार करीब ऋणमाफी प्रमाण पत्र दिया था,अबतक दौबारा ऋण राशि नही दी है पिछले ढाई साल से संस्था का चक्कर लगा रहा हूँ। केश 5 लक्ष्मी नारायण नागर ने बताया कि संस्था द्वारा प्रमाण पत्र तो दिया था,परंतु शासन की उदासीनता के चलते अबतक दोबारा ऋण नही दिया गया। इनका कहना है। हमने नगद राशि आगे से मांगी है स्वीकृति मिलने पर जल्द ही किसानों की राशि दे देंगे। एमके बारचे सीसीबी महाप्रबंधक राजगढ़।