रिपोर्ट कार्ड

राजगढ़ जिले की इस पंचायत में एक ही रात में हो गए कूप निर्माण

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राजगढ़ जिले के इस गांव में बहु के कुए में ससुर कर रहा मजदूरी, जुलाई अगस्त की भारी बारिश में हो गए कूप निर्माण, मृतक अपाहिज कर रहे मजदूरी, अधिकारी खा रहे रसगुल्ले

■माखन विजयवर्गीय
स्टेट न्यूज पड़ताल

राजगढ़। अगर घोटालों की पंचायत कहा जाए तो नरसिंहगढ जनपद की सुकली पंचायत का नाम अग्रणी रहेगा। आलम यह है कि जिला पंचायत के नाकारा अफसर हरे हरे नोटों की गड्डियो के सामने सरपंच प्रतिनिधि के सामने नतमस्तक होकर चले जाते हैं उक्त आरोप सुकली के ग्रामीण लगा रहे हैं। दरअसल विगत 21/08/2019 को नरसिंहगढ के पूर्व विधायक गिरीश भंडारी ने नगरीय आवास मंत्री जयवर्धनसिंह को सुकली पंचायत में अनियमितता की शिकायत दर्ज करवाई थी उसके बाद 17/09/2019 को जिला पंचायत द्वारा 4 सदस्यीय टीम जांच के लिए गांव भेजी गई। टीम में एचके बाथम कार्यपालन यंत्री आरईएस, केसी दुबे परियोजना अधिकारी मनरेगा, एनएल गढ़वाल प्रभारी 14 वां वित्त, ब्रजेशसिंह परिहार प्रभारी जिला समन्वयक एसबीएम को सूक्ष्मता से जांच कर 7 दिन में प्रतिवेदन देने को कहा। जांच तो हुई या नही हुई लेकिन इसी दिन एक ही दिन में कूप निर्माण भी हो गया और राशि आहरण हो गयी।_*
उल्लेखनीय है कि जांच टीम ने ग्रामीणों के सामने कहा कि यह मप्र का पहला गांव है जिसमे फर्जी आईडी से दस्तावेज सबमिट होकर राशि आहरण हुई है। लेकिन आजतक उस प्रतिवेदन पर कोई कार्रवाई नही होने पर ग्रामीण अब अधिकारियों पर गम्भीर आरोप लगा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि सुकली में 75 लाख के कार्य जनभागीदारी एवं जनसंपर्क मद से हुए कागजों में बताए गए है वहीं इससे दोगुने कार्य रोजगार गारंटी, पीएम आवास, कपिलधारा कूप निर्माण आदि के दर्शाए गए हैं। उल्लेखनीय यह भी है कि 2005-6 में हुए तालाब निर्माण के नाम पर वर्तमान वित्तीय वर्ष में भी राशि का आहरण हुआ है। जिसे निस्तारी तालाब नाम दिया गया। 


बहु के कुए में मजदूरी कर रहा ससुर 

जी हां सुकली गांव में हाल ही में कागजो में शुरू हुए कूप निर्माण,   कागजों में कूप निर्माण इसलिए कहा गया कि 29/07/2019 से लेकर 9 सितंबर के बीच भारी बारिश का मौसम था , इसी दौरान कागजों के अनुसार हितग्राही कलाबाई पति दरयावसिंह के कूप निर्माण में ससुर उमरावसिंह उम्र 58 वर्ष ने 15 दिवस मजदूरी कर 2640 रुपए की मजदूरी की। हालांकि कागजों में उमरावसिंह की उम्र 58 वर्ष है लेकिन वास्तव में इससे कहीं ज्यादा है और मजदूरी करने लायक तो बिल्कुल नहीं। 


भारी बारिश के बीच हो गया कूप निर्माण

विगत बारिश में जुलाई के बाद से लेकर पूरे सितंबर तक इस बार इतनी बारीश थी कि निर्माण तो क्या लोगों का आना जाना भी दूभर था। लेकिन सुकली गांव में इसी दौरान 2 लाख 20 हजार रुपए में 17/09/2019 को देवनारायण पिता रामलाल का कूप निर्माण एक ही दिन में हो गया एवं एक ही दिन में राशि का आहरण भी हो गया। इसी तरह सदाशिव पिता पीरूलाल का कूप निर्माण 28/08/2019 को, नारायणसिंह पिता नाथूलाल का 13/08/2019 को, रूपसिंह पिता मांगीलाल का 19/09/2019 को हो गया। यह इसलिए कहा गया क्योंकि कागजो के अनुसार उपरोक्त तारीखों में निर्माण सामग्री के बिल सबमिट कर राशि आहरण की गई है। चूंकि कूप निर्माण में सीमेंट कंक्रीट के कार्य होते है जो इस अवधि में कहीं नही हुए लेकिन इस गांव के लिए मूल्यांकनकर्ता अधिकारियों की आंखों के सामने बारिश का पर्दा था। 
 
*इन लोगों ने की मजदूरी*
 
यूं तो सुकली में एंप्लॉयमेंट रजिस्टर के अनुसार 289 परिवार मजदूरी करते हैं लेकिन दस्तावेजो में कई वर्द्धों ने , कई मृतकों ने मजदूरी की है । हमारे पास प्रत्येक मजदूर का हिसाब है । जिनमे 
शिवनारायण पिता नारायणसिंह ने वर्ष 2019 में सदाशिव पिता पीरूलाल के कूप निर्माण में 14616 रुपए एवं निस्तारी तालाब निर्माण में 3168 रुपए की मजदूरी की। 
दशरथ राजपूत ने 2017 में दशरथ पिता डालचंद के कपिल धारा कूप निर्माण में 7014 रुपए की मजदूरी की वहीं 2019 में दशरथ राजपूत ने सदाशिव पिता पीरूलाल के कूप निर्माण में 8352 रुपए की मजदूरी की ।
इसी तरह 289 परिवारों ने मजदूरी की लेकिन गांव में फिर भी मजदूर नही मिलते और कई तो ऐसे भी है जिन्हें यह भी नही मालूम कि उन्होंने मजदूरी भी की है। 

ग्रामीणों के अनुसार 
(1)हनुमान मंदिर मे आरसीसी नही कि गई लेकिन सरपंच ने जनभागीदारी के नाम पर 10 लाख रुपये, 
(2) गौशाला गेट से नाले तक बाउंड्री का निर्माण जिला पंचायत निधि से किया गया लेकिन सरपंच ने जनभगीदारी से दो बाउंड्री का निमार्ण का मुल्‍याकन अलग से करवा लिया।  
(3)पुलिया निर्माण गागर रास्‍ते पर  नही किया गया ओर 2.50 लाख रुपये का आहरण, 
(4)कार्यालय व्‍यय के नाम से सरपंच ने दो बार राशि निकाल ली,  स्वयं के खाते से और पंचायत मे कुछ कार्य व्‍यय नही किया गया है। बिल क्रमांक 14 A मे 52 950 ओर बिल क्रमांक 54 BB 75000 राशि का आहरण फर्जी किया गया । 
(5) विनायक ट्रेडर्स के नाम से कई बिल फर्जी पाए गए जो स्वयं कि फर्म है।
(6)गोशाला में तालाब निर्माण सन 2000 से निर्मित है लेकिन कुछ कार्य कर कर सरपंच ने 9.55 लाख रुपए निकाल लिए । 

तो इस तरह ग्राम पंचायत सुकली में घोटालों का विकास जनपद एवं जिला पंचायत की नाक के नीचे हो रहा है। एवं अधिकारी ऑफिस में बैठकर धरातल का मूल्यांकन कर रहे हैं।