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इंदौर में आठ नए पॉजिटिव केस,जानिए मालवा निमाड़ के अन्य शहरों के हाल

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 एक ओर देश के कई राज्यों में पॉजिटिव मामलों में गिरावट देखी गई है, वहीं मप्र के इंदौर में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। पूर्ण लॉकडाउन और प्रशासन की सख्ती के बाद भी इंदौर में कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी बुलेटिन में सोमवार को आठ पॉजिटिव केस और मिलने की पुष्टि हुई। इसमें सात इंदौर और एक उज्‍जैन का मामला है।

इसको मिलाकर अब तक इंदौर में 32 कोरोना पॉजिटिव सामने आ चुके हैं जिनमें इंदौर के 27 और उज्जैन के पांच हैं। इससे एक दिन पहले ही प्रशासन ने शहर में तीन दिन के लिए पूर्ण लॉकडाउन के निर्देश जारी किए थे। बावजूद संक्रमित मामले में कमी नहीं नजर आ रही। प्रशासन अब जल्द ही और सख्त कदम उठा सकता है।

सोमवार को दो मौत की पुष्टि कोरोना संक्रमण से सोमवार को दो मरीजों के मौत की पुष्टि हुई। इसको मिलाकर अब तक चार मौतें हो चुकी हैं जिनमें दो मरीज इंदौर और दो उज्जैन के थे। सोमवार को जिन दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई, उसमें से एक मरीज इंदौर के एमआरटीबी अस्पताल में भर्ती था। वहीं उज्जैन के जिस व्यक्ति की मौत तीन दिन पहले हुई थी उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।

 

 

इंदौर के 17 इलाकों में पहुंचा कोरोना

इंदौर में कोरोना ने 17 इलाकों में अपना घर बना लिया है। उज्जैन में भी स्थिति गंभीर है। यहां मिले पांच केस में से दो की मौत हो चुकी है। कोरोना जानसापुरा इलाके से बाहर निकलकर शहर की घनी आबादी वाले अंबरनगर में भी पसर गया है।

 

 

मालवा-निमाड़ के हाल

मालवा-निमाड़ । उज्‍जैन में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक दो लोगों की मौत हो गई है। खरगोन और बड़वानी जिले में भी कोरोना संदिग्ध दो लोगों की मौत हुई। अभी इनकी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। इधर, कई शहरों में वाहनों के प्रतिबंध का पालन कम होता दिखाई दिया। उज्‍जैन की अंबर कॉलोनी निवासी 38 वर्षीय युवक की तीन दिन पहले माधवनगर अस्पताल में मौत हुई थी। जांच के लिए सैंपल इंदौर भेजा गया था। सोमवार को आई रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। युवक कुछ दिन पूर्व नीमच गया था और वहां राजस्थान के कुछ लोगों से संपर्क में आया था, वहीं एक पार्टी भी की थी।

 

लौटने के बाद उसे सर्दी-खांसी और बुखार हो गया था। इस पर उसे माधवनगर अस्पताल में भर्ती किया गया था। प्रशासन ने अंबर कॉलोनी को सील कर दिया है। स्वजन सहित आसपास के 23 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। 25 मार्च को जांसापुरा निवासी 65 वर्षीय महिला की इंदौर में मौत हुई थी। उसमें भी कोरोना संक्रमण पाया गया था। बाद में महिला के बेटे, पोते और पोती भी पॉजिटिव पाए गए। तीनों का इलाज जारी है। इधर, 17 अप्रैल से शुरू होने वाली पंचक्रोसी यात्रा स्थगित। हर साल यात्रा में लाखों श्रद्घालु उज्‍जैन पहुंचते हैं।

 

नीमच : उज्जैन के कोरोना पॉजीटिव युवक की मौत के बाद नीमच के बिहारगंज व खारी कुआं इलाके के एक परिवार के 12 सदस्यों व पांच पड़ोसियों को क्वारंटाइन किया गया है। युवक परिवार में जन्मोत्सव के दौरान यहां आया था और रुका भी था। वह राजस्थान के मंडफिया स्थित श्री सांवरिया सेठ मंदिर भी गया था। रविवार को एक नर्स को भी क्वारंटाइन किया गया है। यह भीलवाड़ा स्थित अस्पताल में सेवारत थी।

 

बड़वानी : जिले के सेंधवा से सर्दी-खांसी और सांस लेने में परेशानी के चलते इंदौर रेफर कि ए गए 85 वर्षीय वृद्ध की मौत हो गई। यह सऊदी अरब से उमराह कर लौटा था। अभी रिपोर्ट नहीं आई है। प्रशासन ने परिजन को घर में ही रहने के निर्देश दिए हैं।

खरगोनः जिले के धरगांव में 70 वर्षीय व्यक्ति की इलाज के दौरान इंदौर में मौत हो गई। उसे शनिवार को सर्दी- खासी, बुखार व सांस लेने में तकलीफ होने से जिला अस्पताल लाया था, जहां से उन्हें इंदौर रेफर किया था। वह मधुमेह, रक्तचाप से भी ग्रसित था। परिवार के सभी सदस्यों को होम आइसोलेट कर दिया गया है।

 

रतलामः जिले में मंगलवार को पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा। केवल मेडिकल की चिन्हित दुकानें खुली रहेगी। सांची दूध की होम डिलीवरी होगी और घर-घर दूध बांटा जा सकेगा।

झाबुआः शहर में सोमवार को पिटोल सीमा पर गुजरात से आवाजाही कम रही। प्रशासन ने पिटोल सहित जिले की अन्य सीमाओं को सील कर दिया है।

आलीराजपुर : दो व चार पहिया वाहनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है।

 

मंदसौर : जिले से अभी तक भेजे गए सभी 15 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है। सीमाएं सील होने से तीनों तरफ सैकड़ों लोग रुक गए। प्रतापगढ़ मार्ग पर राजस्थान सीमा पर कर्नाटक राज्य परिवहन की 64 बसों को मप्र की सीमा में नहीं आने दिया गया। ये बसें लगभग 2000 लोगों को छोड़ने जोधपुर तरफ जा रही थीं। सोमवार से प्रशासन द्वारा बनाए गए नो व्हीकल झोन का पालन केवल धानमंडी क्षेत्र में हुआ।

देवास : कर्मचारी कॉलोनी निवासी 46 वर्ष व्यक्ति की रविवार रात इंदौर के निजी अस्पताल में मौत हो गई। कोरोना जांच के लिए सेंपल लिया गया था, लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही उसकी मौत हो गई। उसकी कॉलोनी को सील कर दिया गया।

खंडवाः जिला जेल में विचाराधीन 56 कै दियों को अंतरिम जमानत पर सोमवार को छोड़ा गया। इनमें बुरहानपुर और खंडवा के कै दी शामिल हैं।

बुरहानपुरः जिले में बाहर से आए अब तक करीब एक हजार लोगों के स्वास्थ्य की जांच हो चुकी है।

इंदौर में सर्वाधिक मामले

प्रदेश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले इंदौर में ही मिल रहे हैं। इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चिंता जाहिर की। सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उन्होंने इंदौर जिले के अफसरों से कहा कि वे कोरोना के केस बढ़ने न दें। लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराएं और संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की जांच भी ज्यादा करें।

रफ्तार नहीं रुकी तो आ जाएगी तीसरी स्टेज

बगैर ट्रैवल हिस्ट्री के कम्युनिटी से मरीज सामने आ रहे हैं। अभी हम दूसरी स्टेज पार कर तीसरी स्टेज के करीब (अपर सेकंड स्टेज) हैं। रोज नए मरीज सामने आ रहे हैं। इनका रुकना बेहद जरूरी है। नहीं तो हम तीसरी स्टेज पर पहुंच सकते हैं। - डॉ. प्रवीण जड़िया, सीएमएचओ