इस्लामाबाद
अक्सर अपने ऊटपटांग बयानों से चर्चा में रहने वाले पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद ने भारत का बिना नाम लिए परमाणु युद्ध की धमकी दी है। पाकिस्तान के पास एक-एक पाव और सवा-सवा सौ ग्राम के परमाणु बम होने का बयान दे चुके रशीद ने कहा है कि अब जंग परंपरागत तरीके से नहीं होगी, बल्कि परमाणु युद्ध होगा। सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक सवाल के जवाब में शेख रशीद ने कहा कि अब ऐसा युद्ध नहीं होगा कि 4-6 दिन तक टैंक, तोपें चलेंगी जबकि सीधे-सीधे परमाणु जंग होगी।
'अबकी परंपरागत युद्ध नहीं, परमाणु जंग होगी'
पाकिस्तान के रेल मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा, '126 दिन धरने में शामिल था, उस वक्त मुल्क के हालात और सरहदी मामलात ऐसे नहीं थे। यह सिरियस थ्रेट है इस मुल्क को और ये जंग खौफनाक हो सकती है। ये कन्वेंशनल आर्म नहीं होगी। जो अक्ल के अंधे ये समझ रहे हैं कि 4-6 दिन टैंक, तोपें चलेंगी या हवाई जहाज, एयर अटैक होंगे या नेवी के गोले चलेंगे...नो वे। दिस विल बी ऐटॉमिक वॉर। दिस विल बी अ क्लियर कट ऐटॉमिक वॉर। और जिस तरह की जरूरत होगी उस तरह का असलहा इस्तेमाल करेंगे।'
रशीद पहले भी दे चुके हैं परमाणु युद्ध की गीदड़भभकी
शेख रशीद इससे पहले भी भारत को परमाणु युद्ध की गीदड़भभकी दे चुके हैं। कुछ हफ्ते पहले ही उन्होंने भारत को धमकी देते हुए कहा था कि पाकिस्तान के पास सवा सौ ग्राम और ढाई सौ ग्राम के भी परमाणु बम हैं जो किसी खास टारगेट पर मार कर सकते हैं। उन्होंने कहा था, 'भारत सुन ले कि पाकिस्तान के पास पाव और आधा पाव के ऐटम बम भी हैं जो किसी खास इलाके को निशाना बना सकते हैं।' इस बयान के लिए सोशल मीडिया पर उनकी खिल्ली भी उड़ी थी।
पीएम मोदी का नाम लेते वक्त लगा था करंट, भारत को बताया था जिम्मेदार
शेख रशीद वही नेता हैं जिन्हें कुछ दिनों पहले एक जलसे के दौरान उस वक्त माइक से बिजली का करंट लग गया था, जब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम ले रहे थे। इसके बाद उन्होंने हास्यास्पद बयान दिया था कि उन्हें करंट लगने के पीछे भारत का हाथ है।
परमाणु युद्ध का खौफ दिखाकर ब्लैकमेलिंग की रणनीति
बता दें कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 के प्रावधानों को 5 अगस्त को रद्द करने को लेकर पाकिस्तान भारत के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार कर रहा है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी सरकार के मंत्री भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान दे रहे हैं। कश्मीर मसले पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ने के बाद इमरान लगातार दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध या विनाशकारी जंग का हौवा खड़ा करने की कोशिश करते रहे हैं। यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र के मंच से भी उन्होंने युद्धोन्मादी भाषण दिया था और परमाणु युद्ध की धमकी दी थी। इसके पीछे पाकिस्तान की रणनीति यह है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय मामले में दखल दे लेकिन भारत कई बार स्पष्ट कर चुका है कि उसे कश्मीर विवाद पर किसी भी तीसरे पक्ष का दखल मंजूर नहीं है। इमरान अंतरराष्ट्रीय समुदाय को परमाणु युद्ध का खौफ दिखाकर ब्लैकमेलिंग की भरसक कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनके झांसे में न अंतरराष्ट्रीय समुदाय ही आ रहा है और न ही भारत।
 
						 
                                 
 
                                             
	
							 
										 
										 
										 
										 
										 
										 
                                        