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पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला, सुप्रीम कोर्ट में CJI बेंच के सामने कल होगी सुनवाई

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 नई दिल्ली,।   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना के समक्ष इस मसले को मेंशन किया गया है. चीफ जस्टिस की बेंच इसपर शुक्रवार को बात कर सकती है. जानकारी के मुताबिक, सीनियर एडवोकेट मनिंदर सिंह ने इस मामले से जुड़ी जनहित याचिका दायर की है. याचिका में कहा गया है कि इस तरह की सुरक्षा में चूक स्वीकार्य नहीं की जा सकती. याचिका में सीनियर एडवोकेट मनिंदर सिंह ने पंजाब सरकार को उचित निर्देश देने, उत्तरदायी लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग की है. कहा गया है कि इस तरह की आगे ऐसी चूक नहीं होगी.

पीएम सुरक्षा में चूक, पंजाब सरकार ने बनाई जांच कमेटी

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे के दौरान हुई चूक की जांच के लिए पंजाब सरकार ने उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया। कमेटी को तीन दिनों में रिपोर्ट देने को कहा गया है। पंजाब सरकार के मुताबिक समिति में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मेहताब सिंह गिल, प्रमुख सचिव (गृह मामलों) और न्यायमूर्ति अनुराग वर्मा शामिल होंगे। समिति 3 दिन में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत  करेगी। जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 जनवरी की सुबह भठिंडा पहुंचे थे। वहां से वे हेलीकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने वाले थे। बारिश और खराब दृश्यता के कारण प्रधानमंत्री ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया।मौसम में सुधार नहीं होने पर निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाएंगे, जिसमें दो घंटे से अधिक समय लगेगा। डीजीपी पंजाब पुलिस द्वारा आवश्यक सुरक्षा प्रबंधों की आवश्यक पुष्टि के बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से यात्रा के लिए रवाना हुए। हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर, जब प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तब पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया है।  प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक मनाई गई थी। इसके बाद भठिंडा हवाई अड्डे पर वापस लौटने का निर्णय लिया गया। गृह मंत्रालय (एमएचए) ने इस गंभीर सुरक्षा चूक का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। राज्य सरकार को इस चूक की जिम्मेदारी तय करने और सख्त कार्रवाई करने के लिए भी कहा है।